विजयदशमी के पावन पर्व पर उत्तराखंड स्थित विश्व प्रसिद्ध बाबा केदारनाथ धाम और बाबा बदरीनाथ धाम के कपाट बंद करने की तिथि घोषित कर दी गई है। बता दें कि हर साल चारों धाम केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री शीतकालीन 6 महीने के लिए बंद किए जाते हैं। इन चारों धामों के कपाटों को खोलने और बंद करने को लेकर पूरे विधि विधान के साथ धार्मिक प्रक्रिया अपनाई जाती है। 11 ज्योतिर्लिंग भगवान केदारनाथ धाम के कपाट इसी महीने 27 अक्टूबर भैया दूज पर्व पर बंद होंगे। बुधवार को विजयदशमी पर्व पर शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मंदिर में पंचाग गणना के अनुसार घोषित कर दी गई है। शीतकाल में ओंकारेश्वर मंदिर में बाबा केदार की पंचमुखी चल उत्सव विग्रह डोली के दर्शन होंगे। वहीं, 19 नवंबर दोपहर तीन बजकर 35 मिनट पर बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होंगे। आज विजयदशमी पर बदरीनाथ धाम में रावल की मौजूदगी में धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने कपाट बंद करने की तिथि घोषित की।जबकि, गंगोत्री धाम के कपाट 26 अक्टूबर को 12:01 मिनट पर अनकूट के अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाएंगे। ऐसे ही भैया दूज के पावन पर्व पर आने वाली 27 अक्टूबर को विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम के कपाट वैदिक मंत्रोच्चार के साथ छह माह तक शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। बता दें कि इस साल चारों धामों में श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड तोड़ भीड़ उमड़ी। अभी भी दर्शन करने के लिए देशभर से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। विजयदशमी के पर्व पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज सुबह बदरीनाथ धाम मंदिर में दर्शन कर पूजा-अर्चना की।