शीतलहर और बढ़ते कोहरे के चलते देश के अधिकांश हिस्से दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, जम्मू और आसपास के क्षेत्रों में निचले क्षोभमंडलीय स्तरों पर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इसके अतिरिक्त, दक्षिण-पश्चिम ईरान और आसपास के इलाकों में एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडल तक विस्तृत चक्रवाती परिसंचरण के रूप में मौजूद है। निचले क्षोभमंडल स्तरों पर दक्षिण-पूर्वी अरब सागर और उससे सटे दक्षिणी केरल तट के समीप भी एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
वहीं उत्तर भारत के ऊपर लगभग 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर उपोष्णकटिबंधीय पश्चिमी जेट स्ट्रीम लगभग 100 समुद्री मील प्रति घंटा की गति से प्रवाहित हो रही है।
ऐसे में, पंजाब में आज से 20 दिसंबर की सुबह तक, उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तरी मध्य प्रदेश और बिहार में 21 दिसंबर की सुबह तक तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश में 22 दिसंबर की सुबह तक कोहरा छाए रहने की संभावना है। इसके अलावा 24 और 25 दिसंबर को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में रात और सुबह के समय घना से बहुत घना कोहरा देखने को मिल सकता है। वहीं अगले पांच दिनों के दौरान पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में कई स्थानों पर बारिश और बर्फबारी की प्रबल संभावना बनी हुई है।
खास तौर पर 21 दिसंबर को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कुछ हिस्सों में भारी बारिश या बर्फबारी हो सकती है। इसके साथ ही 20 से 22 दिसंबर के बीच पंजाब के अलग-अलग स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं। बीते 24 घंटों के दौरान राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में न्यूनतम तापमान में लगभग 1 से 2 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई। वहीं जम्मू-कश्मीर-लद्दाख, उत्तराखंड, मध्य महाराष्ट्र, केरल और माहे के कुछ हिस्सों के साथ-साथ छत्तीसगढ़, सौराष्ट्र और कच्छ तथा तेलंगाना के कुछ क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान 1 से 2 डिग्री सेल्सियस तक गिरा है।

