आज बात करेंगे राजनीति की। राजनीति के बारे में कहा जाता है इसमें कोई भी स्थायी दोस्त और दुश्मन नहीं होता है। सियासत भी रंग बदलती रहती है। राजनीति के मैदान में अधिकांश मौकों पर जो दिखता है, वह कम ही होता है। आज हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश की सियासत की। कल शनिवार 25 फरवरी को राजधानी लखनऊ के विधानसभा सदन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विपक्ष के नेता सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच जमकर तल्खी और बहस पूरे देश भर की मीडिया और सोशल मीडिया में चर्चा में रही। सीएम योगी और अखिलेश यादव के बीच माफिया और अपराधियों को लेकर सदन में ही नोकझोंक हुई।

मुख्यमंत्री योगी और अखिलेश यादव प्रयागराज में भाजपा नेता उमेश पाल की हुई हत्या को लेकर आपस में भिड़ गए। दोनों ओर से शब्दों की जमकर बौछार हुई। इसके साथ “सीएम योगी का विधानसभा में इतने गुस्से में आ गए कि उन्होंने समाजवादी पार्टी नेताओं की ओर इशारा करते हुए कहा अपराधियों को मिट्टी में मिला दूंगा”। इसके बाद मुख्यमंत्री और अखिलेश के बीच तल्खी और बढ़ गई। इस घटना को देखने बाद राजनीति के जानकार यही अंदेशा लगा रहे थे कि अब लंबे समय तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सपा अध्यक्ष अखिलेश और लंबे समय तक आमने-सामने नहीं आएंगे। लेकिन राजनीति में आमतौर पर ऐसा नहीं होता है। 24 घंटे के अंदर ही सीएम योगी और अखिलेश यादव खूब खुलकर और हंसते हुए मिले। दोनों ने एक दूसरे से हाल-चाल भी पूछा। अब आइए जानते हैं दोनों नेताओं की मुलाकात कब और कहां हुई है। बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने लखनऊ स्थित अपने आवास पर भाजपा समेत सभी विपक्षी विधायकों को रविवार 26 फरवरी यानी आज भोज पर आमंत्रित किया था। विधानसभा अध्यक्ष महाना के दिए गए इस भोज कार्यक्रम में मुख्य रूप से सीएम योगी, अखिलेश यादव, शिवपाल सिंह, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक सहित कई मंत्री व पक्ष-विपक्ष के तमाम विधायक मौजूद रहे ।

इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, अखिलेश यादव, शिवपाल यादव विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, सपा विधायक मनोज पांडे खुलकर बातचीत करते और हंसते हुए दिखाई दिए। वहीं भोज कार्यक्रम के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए सतीश महाना की खूब जमकर प्रशंसा भी की। अखिलेश यादव ने कहा कि सत्ता पक्ष और निर्णय दोनों को बुलाने के लिए मैं विधानसभा अध्यक्ष जी को बधाई देता हूं। सपा प्रमुख ने कहा कि विधानसभा अध्यक्षजी जानते हैं, मैं नहीं बताता कि कैसे-कैसे खाना खाया। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष जी के खाने में मिठास है, यह आज से नहीं जब से मेरा परिचय है तब से। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि खाने में ही नहीं बल्कि उनके अंदर भी मिठास है। विधानसभा में 1 दिन पहले दोनों नेताओं की तल्खी के बाद आज सीएम योगी और अखिलेश की इस अंदाज में हुई मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। हालांकि यह स्वस्थ राजनीति की अच्छी परंपरा भी कही जा सकती है। राजनीति के मैदान में वैसे भी कोई स्थायी दुश्मन नहीं होता है। यही सियासत है…