आज एक बार फिर घाटी में आतंकियों ने कश्मीरी पंडित को रास्ते में गोली मारकर हत्या कर दी। वह अपने पत्नी के साथ मार्केट जा रहे थे। यह हमला दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में हुआ। अचन इलाके में रविवार को आतंकवादियों ने एक बैंक सुरक्षा गार्ड की हत्या कर दी। कश्मीर पुलिस ने बताया कि आतंकवादियों ने पुलवामा के अल्पसंख्यक संजय शर्मा नाम के एक नागरिक पर बाजार जाते समय गोलीबारी की। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों उन्हें बचा नहीं सके । मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हत्या की जिम्मेदारी आतंकी संगठन टीआरएफ ने ली है। संजय अचान गांव के रहने वाले थे और बैंक में सिक्योरिटी गार्ड थे। अक्टूबर 2022 के बाद ये कश्मीर घाटी की पहली टारगेट किलिंग है। पुलिस ने बताया, मृतक के गांव में सशस्त्र बल की तैनाती की गई है। इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। संजय शर्मा के सहकर्मियों ने कहा कि वह एक बैंक में एटीएम के सुरक्षा गार्ड के रूप में कार्यरत थे, लेकिन अपने समुदाय के सदस्यों पर पूर्व में हुए आतंकी हमलों के बाद वह रात की ड्यूटी पर नहीं आ रहे थे। इससे पहले जम्मू के राजौरी के अपर डांगरी गांव में 1 जनवरी 2023 की शाम को 2 अनजान लोग घुस आए थे। उन्होंने पूछ-पूछकर हिंदुओं को गोली मारी। हादसे में 2 बच्चों की मौत हो गई थी। संजय शर्मा की हत्या की जिम्मेदारी कश्मीर फ्रीडम फाइटर्स नाम के आतंकी संगठन ने ली है। बता दें कि दो दिन पहले 24 फरवरी को जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में भी आतंकियों ने फायरिंग की थी। जिसमें एक शख्स गंभीर रूप से घायल हो गया था। अधिकारियों ने बताया कि अज्ञात आतंकवादियों ने दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के बिजबेहरा के हसनपोआ इलाके के रहने वाले आसिफ अली गनी पर गोलीबारी की, जिसमें वह घायल हो गया। अधिकारियों ने बताया कि गनी के पिता की पिछले साल जनवरी में आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी। उन्होंने बताया कि गनी के पिता जम्मू कश्मीर पुलिस में बतौर मुख्य आरक्षक तैनात थे। कश्मीर के डीआईजी रईस अहमद ने बताया कि आज सुबह करीब 10:30 बजे आतंकवादी हमला हुआ। अल्पसंख्यक संजय शर्मा अपनी पत्नी के साथ बाजार जा रहे थे तभी उनपर हमला हुआ। अभी तक हमें जो भी साक्ष्य मिले हैं उनके आधार पर हम कार्रवाई कर रहे हैं। हम जल्द ही आतंकवादियों को पकड़ लेंगे।