शनिवार शाम तक लग रहा था कि हिमाचल प्रदेश में कम से कम 7 दिन बाद मंत्रिमंडल विस्तार हो पाएगा। लेकिन जैसे ही यह रात चढ़ती गई सुखविंदर सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी शुरू होती गई। बता दें कि शनिवार देर शाम दिल्ली कांग्रेस हाईकमान की ओर से हरी झंडी दिए जाने के बाद शिमला राजभवन में रविवार 8 जनवरी को मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी शुरू हो गई है। जबकि दिल्ली दौरे के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए खुद ही बयान दिया था कि मंत्रिमंडल विस्तार के लिए राहुकाल चल रहा है। इसके बाद सीएम सुखविंदर सिंह शाम करीब 5:30 बजे दिल्ली से शिमला लौट आए थे।
आनन-फानन में मंत्रिमंडल गठन की एक बड़ी वजह यह भी है कि रविवार को राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर 4 दिन के लिए अपने होम स्टेट गोवा जा रहे हैं। इसी वजह से दिल्ली कांग्रेस हाईकमान ने आनन-फानन में सुखविंदर सरकार के मंत्रिमंडल को मंजूरी दी है। बता दें कि शनिवार शाम को दिल्ली से लौटते समय शिमला में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीएम सुखविंदर सिंह ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और केसी वेणुगोपाल को मंत्रियों के नामों की सूची सौंप दी है। उसके बाद हाईकमान की ओर से मंजूरी दे दी गई है। रविवार सुबह करीब पांच मंत्रियों को राजभवन शिमला में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर शपथ दिलाएंगे। राजभवन सचिवालय ने शपथ समारोह की तैयारियां शुरू कर दी हैं। राजभवन की ओर से मंत्रिमंडल शपथ ग्रहण समारोह का आधिकारिक रूप से पत्र भी जारी हो चुका है। 7 मंत्री शपथ ले सकते हैं। यहां हम आपको बता दें कि मंत्री पद की शपथ लेने में सबसे पहले कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के विधायक बेटे विक्रमादित्य सिंह, राजेश धर्माणी, रोहित ठाकुर का मंत्री बनना तय माना जा रहा है।