(Maharashtra political crisis update) : महाराष्ट्र में सियासत की जंग कहां से शुरू हुई और कहां तक आ पहुंची है। पिछले 5 दिनों से महाराष्ट्र की राजनीति में शह-मात का खेल लगातार जारी है।शिवसेना के नेता एकनाथ शिंदे ने शुरुआत अपना वर्चस्व कायम करने के लिए बगावत की थी। लेकिन धीरे-धीरे शिंदे को लगने लगा कि वह महाराष्ट्र की राजनीति में सत्ता पर भी अपना अच्छा खासा दबदबा बना सकते हैं। इस राजनीति के खेल में शिंदे अब काफी सफल होते दिख रहे हैं। पिछले 3 दिनों से वह स्थान पर गुवाहाटी स्थित होटल रेडिसन ब्लू में करीब 50 विधायकों के साथ डेरा जमाए हुए हैं। जिसमें एकनाथ शिंदे शिवसेना के 38 विधायकों के समर्थन का दावा कर रहे हैं । महाराष्ट्र में शिवसेना पूरी तरह से दो फाड़ में बंट चुकी है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को आप शिवसेना बचाना भी भारी पड़ रहा है। क्योंकि जो अब नई जानकारी आई है उसके हिसाब से बगावती नेता एकनाथ शिंदे बालासाहेब ठाकरे का नाम भी इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। एकनाथ शिंदे के बालासाहेब ठाकरे नाम का इस्तेमाल करने को लेकर उद्धव ठाकरे चुनाव आयोग भी जा सकते हैं। इसके अलावा उद्धव ठाकरे कोर्ट का भी दरवाजा खटखटा सकते हैं। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अपनी सरकार बचाने के लिए एनसीपी के मुखिया शरद पवार से लगातार मंथन करने में लगे हुए हैं। महाराष्ट्र की सियासत में पांच दिनों से शह-मात का खेल जारी है । इस पूरे खेल में किंगमेकर की भूमिका में भाजपा बनी हुई है। हालांकि अभी तक भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर पूरी तरह से पत्ते नहीं खोले हैं लेकिन जो हालात बता रहे हैं राज्य में कमल खिलता हुआ दिखाई दे रहा है। महाराष्ट्र की राजनीति में 24 घंटे काफी अहम माने जा रहे हैं। एक तरफ उद्धव ठाकरे मंथन के लिए खुद उतर रहे हैं तो दूसरी तरफ बीजेपी भी एक्टिव हो गई है। शनिवार को शिवसेना के बागी विधायकों के साथ गुवाहाटी में जमे एकनाथ शिंदे ने 38 विधायकों का समर्थन पत्र जारी कर दिया है। उनके एक समर्थक विधायक ने नई शिवसेना बनाए जाने का भी दावा किया है। एकनाथ शिंदे गुट के 16 बागी विधायकों को डिप्टी स्पीकर कार्यालय ने समन जारी कर दिया है। सभी को नोटिस जारी कर 27 जून की शाम 5:30 बजे तक जवाब देने के लिए कहा गया है। वहीं शिवसेना ने भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल न होने पर भी सभी को नोटिस जारी किया है। पार्टी व्हिप सुनील प्रभु ने सभी 16 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने का नोटिस जारी कर दिया है। उन्होंने भी 27 जून की शाम 5 बजे तक अनुपस्थित रहने पर लिखित जवाब देने के लिए कहा गया है। मुंबई के शिवसेना भवन में जारी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिंदे पहले नाथ थे लेकिन अब वे दास हो गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर शिंदे में हिम्मत है तो वे अपने पिता के नाम पर वोट मांगकर दिखाएं। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि कोई और बाल ठाकरे के नाम का इस्तेमाल नहीं कर सकता है। बता दें कि दोपहर बाद खबर आई थी कि गुवाहाटी में मौजूद एकनाथ शिंदे का गुट नई पार्टी बना सकता है जिसका नाम शिवसेना (बालासाहेब) हो सकता है।
भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस भी सहयोगी दलों के साथ बैठक करके आगे की रणनीति तय करने वाले हैं। फडणवीस से केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने मुलाकात की है। महाराष्ट्र के कई शहरों में तोड़फोड़ को देखते हुए मुंबई में धारा 144 लगा दी गई है। हालात जो बन रहे हैं वह साफ संकेत दे रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी और एकनाथ शिंदे गुट मिलकर राज्य में अगली सरकार का गठन करने की तैयारी कर रहे हैं।