समाजवादी पार्टी के नेताओं के पास इन दिनों उत्तर प्रदेश में कोई खास काम नहीं है। इस पार्टी के नेता आए दिन कोई न कोई बेहूदे बयान देते रहते हैं। ऐसे ही सपा के नेता हैं स्वामी प्रसाद मौर्य। सपा के राष्ट्रीय महासचिव मौर्य अपने आप को सियासी गलियारे में चर्चा में रहने के लिए कोई न कोई बेहूदे भरे बयान आए दिन देते रहते हैं। इस बार भी उनके बयान से राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं में गहमागहमी मची है। एक कार्यक्रम के दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा है कि ‘ब्राह्मणवाद की जड़े बहुत गहरी हैं और सारी विषमता का कारण भी ब्राह्मणवाद ही है। हिंदू नाम का कोई धर्म है ही नहीं, हिंदू धर्म केवल धोखा है। सही मायने में जो ब्राह्मण धर्म है, उसी ब्राह्मण धर्म को हिंदू धर्म कहकर के इस देश के दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों को अपने धर्म के मकड़जाल में फंसाने की एक साजिश है। अगर हिंदू धर्म होता तो आदिवासियों का भी सम्मान होता है, दलितों का भी सम्मान होता, पिछड़ों का भी सम्मान होता लेकिन क्या विडंबना है।
वहीं स्वामी प्रसाद मौर्य ने सोमवार को अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो ट्वीट किया है। चार मिनट के इस वीडियो में मौर्य हिंदू धर्म के अस्तित्व पर सवाल उठाते नजर आ रहे हैं। सपा एमएलसी ने कहा -‘द्रोपदी मुर्मू जी को राष्ट्रपति होने के बाद भी रोक दिया जाता है क्योंकि वो आदिवासी समाज से आती हैं। अगर आदिवासी समाज हिंदू होता तो क्या उनके साथ ऐसा बर्ताव हो सकता था। ब्राह्मणी देवता के चतुर चालाक लोग आज भी हमको आदिवासी मानते हैं। इस तरह पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ भी हो चुका है। जिसे आप हिंदू धर्म कहकर उसके दीवाने और पागल होकर अपना सबकुछ लुटा देते हो, हिंदू-मुस्लिम के नाम पर दंगा करा देते हो, खून बहा देते हो, यह तुम्हारी नदानी है।
स्वामी प्रयाद मौर्य ने इस दौरान ये भी कहा कि अखिलेश यादव के सीएम आवास छोड़ने पर मुख्यमंत्री आवास पहले गोमूत्र से फिर गंगाजल से धोया गया था। ये इसलिए किया गया था क्योंकि अखिलेश यादव पिछड़े समाज से आते हैं। फिलहाल स्वामी प्रसाद मौर्य का ये वीडियो वायरल हो रहा है। उनके इस बयान के बाद यूपी की सियासत में फिर बवाल मच गया है। भाजपा नेताओं ने स्वामी साहब मौर्य को करारा जवाब दिया है। मौर्य के इस बयान के बाद प्रदेश में एक बार फिर से राजनीति तेज हो गई है। भाजपा प्रवक्ता हरिश्चंद्र श्रीवास्तव ने कहा, स्वामी प्रसाद मौर्य के द्वारा किया गया यह ट्वीट सिर्फ समाज में द्वेष पैदा करने के लिए किया गया है। राजनीति का बहुत ही गिरा हुआ तारा है। जहां तक बात ब्राह्मण समाज की रही तो आदिशंकराचार्य ने सनातन धर्म के बारे दुनिया को अवगत कराया। ब्राह्मणों का बहुत ही अभूतपूर्व योगदान रहा है। स्वामी प्रसाद मौर्य सिर्फ इस तरह के बयान देकर अगड़ा बनाम पिछड़ा करना चाहते हैं। वहीं सोशल मीडिया पर स्वामी प्रसाद मौर्य के लिए लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है।
वहीं एक दिन पहले रविवार 27 अगस्त को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी और समाजवादी पार्टी की वरिष्ठ नेता डिंपल यादव ने सनातन धर्म को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि हम लोग हिंदू हैं। हिंदू धर्म सनातन धर्म है। सनातन धर्म में कोई दुश्मन नहीं होता। डिंपल यादव के इस बयान पर अब अयोध्या के संतों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। रामलाल के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा है कि डिंपल यादव ने जो कहा है उसका मैं साधुवाद देता हूं। जितने भी धर्म हैं वह सनातन धर्म से निकले हैं। डिंपल यादव की बात पर उनकी पार्टी के अन्य नेताओं को भी विचार करना चाहिए।
सत्येंद्र दास वेदांती ने कहा कि डिंपल यादव देर से आई लेकिन दुरुस्त आईं।
ये पहली बार नहीं है जब स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिन्दुओं को लेकर इस तरह का बयान दिया हो। इससे पहले भी उन्होंने रामचरित मानस की कुछ पंक्तियों को लेकर सवाल उठाए थे और उन्हें हटाने की मांग की थी, वहीं साधु संतों को लेकर उनके बोल किसी से छुपे नहीं है। पिछले दिनों ओबीसी सम्मेलन के दौरान एक शख्स ने उन पर जूता भी उछाल दिया था, आरोपी शख्स वकील की ड्रेस में आया था, हालांकि बाद में उनके समर्थकों ने उसके साथ बुरी तरह मारपीट की थी।