राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक शुरू हुई। बैठक से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोड शो किया। उसके बाद राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दिल्ली के एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में शुरू हुई। इस बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित पार्टी के करीब 350 वरिष्ठ नेता शामिल हैं। इनमें 12 मुख्यमंत्री व पांच उपमुख्यमंत्री के साथ-साथ 35 केंद्रीय मंत्री भी शामिल रहे। इस बैठक में विपक्ष के खिलाफ प्रस्ताव रखा गया जिसमें पीएम मोदी की इमेज खराब करने का आरोप लगाया गया। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस वर्ष के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के प्रस्ताव में पेश किए गए कई बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा हुई है। पहली चर्चा इस बात पर थी कि कैसे विपक्षी पार्टियां पीएम मोदी और बीजेपी पर नकारात्मक प्रचार करने के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रही हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि आज राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राजनीतिक प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान जेपी नड्डा के कार्यकाल को आगे बढ़ाने पर कोई चर्चा नहीं हुई।उन्होंने कहा कि पीएम के खिलाफ विपक्ष की ओर से चलाए जा रहे नेगेटिव कैंपेन के लिए अलग-अलग मुद्दों के जरिए राजनैतिक प्रस्ताव रखा गया और विपक्ष को एक्सपोज किया गया। पेगासस, राफेल, ईडी, सेंट्रल विस्टा, आरक्षण और नोटबंदी- ये ऐसे विषय थे जिन पर विपक्ष ने आधारहीन दावों के माध्यम से प्रधानमंत्री पर आरोप लगाए, लेकिन कोर्ट में उन्हें मुंह की खानी पड़ी। केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने इस पर राजनैतिक प्रस्ताव पेश किया।