कई दिनों से भारी बारिश, भूस्खलन और आपदा के बाद उत्तराखंड में राजधानी देहरादून से लेकर पहाड़ों तक रास्ते बहुत ही खतरनाक हो गए हैं। मुख्य मार्गों पर भूस्खलन होने की वजह से वाहन सवारों को आने-जाने में बहुत ही परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोग जान हथेली पर रखकर यात्रा कर रहे हैं। पौड़ी गढ़वाल से भारतीय जनता पार्टी के सांसद अनिल बलूनी भी बाल-बाल बच गए।
उत्तराखंड के गढ़वाल में बद्रीनाथ हाईवे पर भूस्खलन होने से भाजपा सांसद अनिल बलूनी बाल-बाल बचे। वे भूस्खलन पीड़ितों से मिलने जा रहे थे। खतरे को देखते हुए वे तुरंत गाड़ी से उतरकर सुरक्षित स्थान पर भागे। सांसद बलूनी ने घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया है। बद्रीनाथ हाइवे पर कर्णप्रयाग व नंदप्रयाग के पास उमटा में नया भूस्खलन जोन उभरा है जिससे यातायात बाधित है। वहीं उत्तराखंड में दो दिन में दूसरी बार बादल फटा है। 17 सितंबर की रात चमोली जिले के नंदानगर घाट में बादल फटा।


यहां कुंटरी लंगाफली वार्ड में छह घर मलबे में दब गए। 7 लोग लापता हैं। 2 लोग रेस्क्यू किए गए।इससे पहले 16 सितंबर को देहरादून में बादल फटा था। देहरादून से मसूरी का 35 किलोमीटर का रास्ता कई जगह क्षतिग्रस्त है। इसके कारण मसूरी में 2500 टूरिस्ट्स लगातार तीसरे दिन फंसे हुए हैं।

