कांग्रेस के पूर्व सांसद राहुल गांधी इन दिनों अमेरिकी दौरे पर हैं। रविवार रात अमेरिका के न्यूयॉर्क में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए एक बार फिर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। इससे पहले भी अमेरिकी दौरे के दौरान राहुल गांधी ने एक कार्यक्रम में संबोधित करते हुए पीएम मोदी पर तंज कसा था। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का अमेरिका का दौरा इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। रविवार-सोमवार रात करीब 12 बजे सोमवार को न्यूयॉर्क में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया। कांग्रेस के पूर्व सांसद राहुल ने कहा कि उनका काम नफरत फैलाने का है, हमारा काम मोहब्बत फैलाने का है। हम आपका (बीजेपी-आरएसएस) काम नहीं करेंगे। हम अपना काम करेंगे। यही चुनौतियां भारत में हैं। यहां पर लोग हैं जो प्यार और मोब्बत में विश्वास करते हैं। आप यहां रहते हैं तो 24 घंटे मोहब्बत वाला हिंदुस्तान लेकर घूमते हैं। राहुल ने कहा कि मुझे आप लोगों से बहुत प्यार है। आई लव यू। इसके बाद राहुल ने पूछा कि क्या आपने कभी भाजपा की किसी मीटिंग में ऐसा सुना है कि लोगों ने एक-दूसरों को आई लव यू कहा हो? कांग्रेस की बैठकों में ये आम बात है। इसलिए मैं कहता हूं कि हम नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान चलाने आए हैं।
इस दौरान कांग्रेस नेता ने कार चलाते हुए एक्सीडेंट होने की बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार को निशाने पर लिया। ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे पर राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला।
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी देश को पीछे ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस भविष्य देखने में अक्षम हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ये भी कहा, “पीएम मोदी रियरव्यू मिरर देख कार चलाने की कोशिश कर रहे हैं, फिर भी उन्हें समझ नहीं आता कि यह कार क्यों दुर्घटनाग्रस्त हो रही है, आगे नहीं बढ़ रही है। आप मंत्रियों को सुनते हैं, आप प्रधानमंत्री को सुनते हैं, दरअसल आप उन्हें भविष्य के बारे में बात करते कभी नहीं पाएंगे। बस वे केवल अतीत के बारे में बात करते हैं।
राहुल गांधी ने कहा- बीजेपी और आरएसएस भविष्य देखने में अक्षम हैं, क्योंकि वे भविष्य के बारे में कभी बात नहीं करते हैं, वे केवल अतीत के बारे में बात करते हैं और वे हमेशा अतीत के लिए किसी और को दोष देंगे। उन्होंने कहा कि भारत में दो विचारधाराओं के बीच लड़ाई चल रही है – एक का प्रतिनिधित्व कांग्रेस करती है और दूसरी का प्रतिनिधित्व भाजपा और आरएसएस करती है। इसी के साथ राहुल ने कहा- इस लड़ाई का वर्णन करने का सबसे सरल तरीका यह है कि एक तरफ महात्मा गांधी हैं और दूसरी तरफ नाथूराम गोडसे। राहुल ने कहा- भारत से जितने भी दिग्गज निकले हैं, आप देख सकते हैं कि उनमें कुछ गुण थे। सबसे पहले, उन्होंने सत्य की खोज की, उसका प्रतिनिधित्व किया और उसके लिए संघर्ष किया। दूसरे, ये सभी लोग विनम्र थे, और उनमें कोई अहंकार नहीं था। इस तरह भारतीयों ने अमेरिका में काम किया है, और इसीलिए भारतीय यहां सफल हैं। मैं इसके लिए आपका सम्मान और सम्मान करता हूं।
राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के कई नेता भी इस दौरे पर उनके साथ हैं। इनमें तेलंगाना कांग्रेस के प्रमुख ए रेवंत रेड्डी, हरियाणा के सांसद दीपेंद्र हुड्डा, प्रवक्ता अलका लांबा, सैम पित्रोदा के साथ-साथ कई कांग्रेसी नेता शामिल हैं. जेविट्स सेंटर में राहुल गांधी का स्वागत, जोड़ो-जोड़ो नारे से हुआ।वहीं, दीपेंद्र हुड्डा ने मौजूद लोगों से कहा कि कांग्रेस ने 2024 चुनावों के लिए कमर कस ली, उन्होंने प्रवासी भारतीयों से ठोस समर्थन और वोट के जरिए अपनी ताकत दिखाने की अपील की, साथ ही, पहलवानों के विरोध पर भी उन्होंने कहा कि “बेटी पढ़ाओ- बेटी बचाओ नारा अब बेटी पढाओ, भाजपा नेताओं से बचाओ” बन चुका है। कार्यक्रम में ओडिशा के बालासोर में हुई ट्रेन दुर्घटना भी जिक्र किया गया और अपने संबोधन को खत्म करते हुए सैम पित्रोदा ने मौन रखवाकर हादसे में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि भी दी। बता दें कि राहुल गांधी 10 दिनों की विदेश यात्रा पर हैं। यात्रा के 6वें दिन राहुल गांधी ने न्यूयॉर्क में बसे प्रवासियों को संबोधित किया।राहुल गांधी ने सैन फ्रांसिस्को से अपनी इस विदेशी यात्रा की शुरुआत की थी। न्यूयॉर्क से पहले राहुल गांधी ने सैन फ्रांसिस्को में भी भारतीय समुदाय को संबोधित किया था। इसके बाद वॉशिंगटन डीसी में भी एक कार्यक्रम को पूरा किया। अपनी विदेशी यात्रा के दौरान वो लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर हमला कर रहे हैं। सैन फ्रांसिस्को और वॉशिंगटन डीसी के कार्यक्रमों के दौरान उन्होंने मीडिया की फ्रीडम, इंडियन इकोनॉमी की स्थिति, बेरोजगारी, देश में भेदभाव की भावना और नई संसद के उद्घाटन को मुद्दा बनाया।