गैंगवार : लंबे समय तक शांत रहा प्रयागराज आज एक बार फिर फायरिंग की तड़तड़ाहट से दहल उठा, बसपा विधायक रहे राजू पाल हत्याकांड का मुख्य गवाह की बम और गोली मारकर हत्या, सुरक्षा में लगे एक गनर की मौत, दूसरा गंभीर रूप से घायल, देखें वीडियो - Daily Lok Manch PM Modi USA Visit New York Yoga Day
December 4, 2024
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गैंगवार : लंबे समय तक शांत रहा प्रयागराज आज एक बार फिर फायरिंग की तड़तड़ाहट से दहल उठा, बसपा विधायक रहे राजू पाल हत्याकांड का मुख्य गवाह की बम और गोली मारकर हत्या, सुरक्षा में लगे एक गनर की मौत, दूसरा गंभीर रूप से घायल, देखें वीडियो

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उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में लंबे समय से शांत रहा प्रयागराज आज एक बार फिर बम और गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल उठा। प्रयागराज में हुई इस गोलीबारी का असर सीधे ही राजधानी लखनऊ में हुआ है। आज एक बार फिर जेल में बंद माफिया अतीक अहमद चर्चा में आ गया। इन हमलावरों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सीधे ही चैलेंज किया है। आइए जानते हैं पूरा घटनाक्रम। बसपा के विधायक रहे राजू पाल मर्डर केस के मुख्य गवाह उमेश पाल को शुक्रवार को घर में घुसकर गोली मार दी गई। हमलावरों ने उस पर कई राउंड फायर किया। उसकी गाड़ी पर बम से भी हमला किया। इसके बाद फरार हो गए। गोलीबारी में उमेश पाल की सुरक्षा में लगे दो गनर भी गंभीर रूप से घायल हो गए। तीनों को स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां पर उमेश पाल और गनर संदीप मिश्रा की मौत हो गई। जबकि दूसरे गनर राघवेंद्र सिंह का इलाज चल रहा है। राजू पाल हत्याकांड मामले में मुख्य गवाह होने के कारण उमेश पाल की जान को लगतार खतरा बताया जा रहा था। साथ ही उमेश पाल को जान से मारने की कई बार धमकी दी गई थी। राजू पाल की पत्नी विधायक पूजा पाल भी कई बार इस बाबत आशंका जता चुकी हैं कि राजू पाल हत्याकांड मामले में मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या हो सकती है। अब उमेश पाल की हत्या के बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुट चुकी है और सभी एंगलों से मामले की जांच कर रही है।



राजू पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ है। परिवार वालों के मुताबिक बाहुबली अतीक अहमद के इशारे पर यह हमला हुआ है। मौके पर पुलिस के आला अधिकारी पहुंच गए हैं और आसपास लगे सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं। बता दें कि यूपी में साल 2004 के आम चुनाव में फूलपुर से सपा के टिकट पर अतीक अहमद को सांसद चुना गया था। इसके बाद इलाहाबाद पश्चिम विधानसभा सीट खाली हो गई थी। इस सीट पर हुए उपचुनाव में सपा ने अतीक के छोटे भाई अशरफ को टिकट दिया था। लेकिन बसपा ने उसके सामने राजू पाल को खड़ा किया। उस उपचुनाव में बसपा प्रत्याशी राजू पाल ने अतीक अहमद के भाई अशरफ को हरा दिया था। उपचुनाव में जीत दर्ज कर पहली बार विधायक बने राजू पाल की कुछ महीने बाद ही 25 जनवरी, 2005 को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में देवी पाल और संदीप यादव की भी मौत हुई थी। दो अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस हत्याकांड में सीधे तौर पर सांसद अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ का नाम सामने आया था। घटना के बाद विधायक राजू पाल की नवविवाहिता पत्नी पूजा पाल ने धूमनगंज थाने में तत्कालीन सपा सांसद अतीक अहमद, उनके छोटे भाई अशरफ, करीबियों फरहान, आबिद, रंजीत पाल, गुफरान, समेत नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।

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