इस बार उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले राज्य का पूर्वांचल क्षेत्र सियासी गढ़ बना हुआ है। यूपी विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आते जा रहे हैं, पूर्वांचल में सत्ता की जंग तेज होती दिख रही है। बता दें कि पिछले काफी समय से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी इस क्षेत्र में अपनी सियासी पकड़ मजबूत बनाए रखने के लिए खूब पसीना बहा रहे हैं। इसका केंद्र बिंदु पूर्वांचल का वाराणसी और गोरखपुर है । वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सांसद है तो गोरखपुर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आते हैं। वही आजमगढ़ से सपा के सांसद अखिलेश यादव हैं। यह जिला शुरू से ही समाजवादी पार्टी का मजबूत किला रहा है। आज एक बार फिर आजमगढ़ सुर्खियों में है। भाजपा के चाणक्य और गृहमंत्री अमित शाह सपा के गढ़ आजमगढ़ पहुंचे हैं। उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद हैं। दूसरी ओर अखिलेश यादव योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर में डेरा जमा लिया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के गढ़ आजमगढ़ में दोपहर एक बजे अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राज्य विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे। शिलान्यास कार्यक्रम के बाद सभा को संबोधित करेंगे। उसके बाद अमित शाह जनपद बस्ती में सांसद खेल महाकुंभ का उद्घाटन करने के बाद जनसभा को भी संबोधित करेंगे। वहीं दूसरी ओर सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव आज कुशीनगर से समाजवादी विजय यात्रा के तीसरे चरण का शुभारंभ करेंगे। रथयात्रा गोरखपुर एयरपोर्ट से कुशीनगर जाएगी। अखिलेश आज और कल यानि 14 नवंबर को कुशीनगर में रहेंगे।
पीएम मोदी 16 नवंबर को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का उद्घाटन करने आएंगे—
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पूर्वांचल की सियासत को भी बहुत महत्व देते हैं। क्योंकि वह खुद भी वाराणसी से दूसरी बार लोकसभा सांसद हैं। लेकिन पूर्वांचल के आजमगढ़ में अभी तक भाजपा सपा और बसपा से पिछड़ती रही है। इसीलिए इस बार योगी सरकार का आजमगढ़ पर विशेष फोकस है। प्रधानमंत्री मोदी भी पूर्वांचल एक्सप्रेस का उद्घाटन करने के लिए 16 नवंबर को यहां आने वाले हैं। सपा-बसपा के इस किले में सेंध लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार महीने में तीन बार पूर्वांचल का दौरा कर चुके हैं। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजमगढ़ में एक बड़ी चुनावी रैली की थी। इस जिले की सीमाएं जौनपुर, वाराणसी, मऊ, गाजीपुर, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, गोरखपुर से घिरी हैं। यहां करीब 45 प्रतिशत यादव-मुस्लिम मतदाता हैं। अगड़ी जातियां 24 प्रतिशत के करीब हैं। जबकि दलित 30 प्रतिशत के आस-पास हैं। इस समाजिक समीकरण के चलते वर्षों से यह जिला सपा-बसपा का गढ़ बना हुआ है। लेकिन इस बार भाजपा में भी इस जिले में अपनी सियासी पैठ बनाने के लिए कमर कस ली है। बता दें कि 16 नवंबर को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर इसी तरह की इमरजेंसी एयर स्ट्रिप पर पीएम उतरेंगे। पीएम मोदी पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर एक घंटे 45 मिनट तक रहेंगे।