अगले महीने 4 जुलाई से हरिद्वार में शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तराखंड पुलिस प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। शुक्रवार 16 जुलाई को राजधानी देहरादून में प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार सिंह ने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की।
इस बार उम्मीद है कि तीन करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु कांवड़ यात्रा में गंगा जल लेने हरिद्वार पहुंचेंगे। यही कारण है कि पुलिस अभी से सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम में जुट गई है। शुक्रवार 16 जून को उत्तराखंड डीजीपी अशोक कुमार ने कांवड़ यात्रा को लेकर यूपी, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और चंडीगढ़ इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारियों के साथ अन्तर्राज्यीय समन्वय बैठक की। खास बात यह है कि इस बार कांवड़ियों के लिए पहचान पत्र साथ लेकर चलना अनिवार्य किया गया है। कांवड़ मेले को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करवाने के लिए पुलिस विभाग ने कमर कस ली है। देहरादून पुलिस मुख्यालय पर आज सीआरपीएफ, आईआरबी, आईबी समेत तमाम राज्यों के पुलिस के अधिकारियों ने कांवड़ मेले की तैयारियों पर चर्चा की। इस दौरान कुछ महत्वपूर्ण फैसले भी लिए गए ताकि कावड़ मेले को बेहतर तरीके से संपन्न कराया जा सके। उत्तर भारत के अधिकतर राज्यों के पुलिस अधिकारी इस बैठक में मौजूद थे। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान चारधाम यात्रियों से भी यह अनुरोध किया जाएगा कि वह हरिद्वार और ऋषिकेश रूट पर न आएं ताकि उन्हें ट्रैफिक की समस्याओं से दो-चार ना होना पड़े। अशोक कुमार ने कहा कि यात्रियों को सहारनपुर से देहरादून होते हुए चारधाम यात्रा के लिए जाना बेहतर होगा क्योंकि हरिद्वार रोड पर कांवड़ियों की ज्यादा संख्या होने के कारण ट्रैफिक की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान इस पूरे क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और सभी जगहों की मॉनिटरिंग की जाएगी।