रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सोमवार दोपहर बाद राजधानी दिल्ली पहुंचे। अपने 5 घंटे के संक्षिप्त दौरे के दौरान पुतिन ने भारत के साथ बड़ी डील की। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन का गर्मजोशी से स्वागत किया। दोनों नेताओं ने भारत और रूस के पुराने संबंधों पर भी खूब चर्चा की। राष्ट्रपति पुतिन के दौरे से दोनों देशों के बीच दोस्ती और मजबूत हुई है। बता दें कि इस मौके पर भारत और रूस के बीच 28 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। राष्ट्रपति पुतिन का भारत दौरा बहुत सफल रहा। पुतिन की यात्रा छोटी लेकिन अत्यधिक उत्पादक और महत्वपूर्ण है। दोनों नेताओं के बीच बेहतरीन बातचीत हुई। भारत-रूस सैन्य सहयोग 2031 तक बढ़ाने का फैसला किया गया। आवश्यक वस्तुओं को लेकर भी समझौता हुआ। कोविड के बाद पुतिन का ये विदेशी दौरा है। दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी मजबूत करने पर सहमति बनी। पुतिन के इस दौरे की जानकारी देते हुए विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि ‘इस यात्रा में 28 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए है। समझौतों में व्यापार, ऊर्जा, बौद्धिक संपदा, बैंकिंग, अकाउंटेंसी जैसे क्षेत्र शामिल हैं। वार्ता में बाइलेट्रल ट्रेड और इन्वेस्टमेंट को बढ़ाने पर फोकस रहा।’ इस दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को भारत को एक बहुत बड़ी शक्ति, एक मित्र राष्ट्र और वक्त की कसौटी पर खरा उतरा मित्र बताया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ व्यापक वार्ता की। आतंकवाद, नशीले पदार्थों की तस्करी और संगठित अपराध पर साझा चिंता प्रकट की। पुतिन ने अफगानिस्तान में घटनाक्रमों को लेकर भी चिंता जताई। कहा कि भारत और रूस क्षेत्र के सामने पेश आ रही बड़ी चुनौतियों पर समन्वय जारी रखेंगे। उन्होंने अपनी शुरुआती टिप्पणी में कहा, ‘‘हम भारत को एक बहुत बड़ी शक्ति, एक मित्र राष्ट्र और वक्त की कसौटी पर खरा उतरा मित्र मानते हैं। दोनों देशों के बीच संबंध प्रगाढ़ हो रहे हैं और मैं भविष्य की ओर देख रहा हूं। मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने भी राष्ट्रपति पुतिन की जमकर प्रशंसा की और रूस के संबंध में की भी याद दिलाई। भारत और रूस के बीच हुई बड़ी डील को लेकर चीन, पाकिस्तान के साथ अमेरिका की भी नींद उड़ गई है।
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