Pm Modi Uttarakhand  देवभूमि के "अपार स्नेह" पर पीएम मोदी अभिभूत, सीएम धामी हुए गदगद - Daily Lok Manch PM Modi USA Visit New York Yoga Day
June 1, 2025
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Pm Modi Uttarakhand  देवभूमि के “अपार स्नेह” पर पीएम मोदी अभिभूत, सीएम धामी हुए गदगद

तारीख 12 अक्टूबर 2023। दिन गुरुवार। इस दिन देवभूमि के कुमाऊं क्षेत्र की धरती कई ऐतिहासिक और सुनहरे पलों की साक्षी बनी । हालांकि इसकी धमक गढ़वाल क्षेत्र में भी रही। मौका था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन का। पीएम मोदी का उत्तराखंड की धरती पर शायद यह पहला दौरा था जब विकास कार्यों, सौगात और राजनीति की धमक कम दिखाई दी। पिथौरागढ़ से लेकर अल्मोड़ा समेत आसपास क्षेत्रों के हजारों महिलाएं, पुरुष के साथ युवा वर्ग प्रधानमंत्री का स्वागत करने के लिए उमड़ पड़े। गुरुवार को 9 घंटे के दौरे के दौरान देवभूमि की धरती पर कई ऐतिहासिक गवाह के साक्षी बने। पीएम मोदी का यह दौरा राजनीति से इतर रहा। अभी लोकसभा होने में करीब 6 महीने से अधिक का समय बचा है। प्रधानमंत्री मोदी इस बार उत्तराखंड में ऐसे दुर्गम और धार्मिक क्षेत्रों में पहुंचे जहां अब से पहले कोई पीएम नहीं गए। चाहे पिथौरागढ़ का सीमांत गांव गुंजी, आदि कैलाश के दर्शन करना और पार्वती कुंड के साथ अल्मोड़ा का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल जागेश्वर धाम में पहुंच कर पूजा-अर्चना करना रहा। पीएम मोदी के दौरे के दौरान उत्तराखंड को 4,200 करोड़ के विकास परियोजनाओं की सौगात भी मिली। लेकिन प्रधानमंत्री का यह उत्तराखंड दौरा आस्था, स्वागत, अभिभूत, आशीर्वाद से भरा रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिथौरागढ़ के जनसभा में लोगों से मिले आशीर्वाद को अद्भुत करार दिया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड ने मुझे अपने परिवार का सदस्य माना है। हर छोटी-बड़ी बात को लेकर यहां से लोग मुझे चिट्‌ठी लिखते हैं। इसके साथ पिथौरागढ़ में पहली बार इतनी विशाल जनसभा हुई जिसमें 50 हजार से अधिक लोगों की भीड़ उमड़ी। पिथौरागढ़ के स्पोर्ट्स स्टेडियम में जनसभा करने से पहले 7 किलोमीटर तक सड़क के दोनों ओर हजारों की संख्या में पीएम मोदी को देखने के लिए लोग खड़े हुए थे। प्रधानमंत्री जागेश्वर धाम से सोरघाटी की धरती पर उतरे। यहां उनके स्वागत के लिए छात्र और जनता बेसब्री से इंतजार करती रही। पीएम का काफिला जैसे-जैसे पिथौरागढ़ की तरफ बढ़ता गया लोग पुष्प वर्षा करते रहे। पीएम मोदी ने कहा कि आज मैं जहां गया, वहां मुझे अपार समर्थन मिला। बहनों ने अद्भुत स्नेह दिया। ऐसा दृश्य शायद ही किसी ने देखा हो। मैं जब भी उत्तराखंड आता हूं, देवभूमि का आशीर्वाद मुझे मिलता है। पिथौरागढ़ के स्पोर्ट्स स्टेडियम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा हुई। पूरा स्टेडियम लोगों से खचाखच भरा था। पिथौरागढ़ के साथ ही अल्मोड़ा बागेश्वर चंपावत जनपदों से भी बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता यहां पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उत्तराखंड की धरती पर मिले अपार आशीर्वाद और स्वागत सत्कार से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गदगद नजर आए। बता दें कि कई दिनों से सीएम धामी पीएम मोदी के दौरे को लेकर तैयारी में जुटे हुए थे। प्रधानमंत्री ने भी अपने दौरे के दौरान मुख्यमंत्री धामी की पीठ पर हाथ रखा और प्रशंसा की। ‌प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार सुबह करीब 8:30 बजे अपने दौरे की शुरुआत पिथौरागढ़ के जोलिंगकोंग से की। यहां उन्होंने सबसे पहले पिथौरागढ़ में आदि कैलाश के दर्शन किए, फिर पार्वती कुंड में पूजा अर्चना की।‌ पीएम मोदी इस दौरान डमरू बजाते दिखाई दिए। इस दौरान पूरे भक्तिभाव के साथ प्रधानमंत्री मंदिर में पूजा करते दिखे। पुजारी ने पीएम मोदी की पूजा कराई। पीएम नरेंद्र मोदी ने आदि कैलाश का दर्शन किया। इस दौरान सीएम धामी भी मौजूद रहे। इसके बाद पीएम गुंजी गांव पहुंचे, जहां उन्होंने ग्रामीण महिलाओं, बच्चों से मुलाकात की।‌ यहां भारतीय सेना, आईटीबीपी और बीआरओ के जवानों संग भी समय बिताया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय सीमा से सटे गुंजी गांव में लोगों से मुलाकात की। छोटे-छोटे बच्चों से लेकर महिलाओं से पीएम मोदी ने बातचीत की। इस दौरान एक बुजुर्ग महिला ने पीएम मोदी के सिर पर हाथ फेरते हुए उन्हें आशीर्वाद दिया। बीच में कुछ समय के लिए पीएम मोदी अल्मोड़ा स्थित जागेश्वर धाम भी पहुंचे और वहां से पिथौरागढ़ लौटकर उन्होंने उत्तराखंड को 4,200 हजार करोड़ की विकास परियोजनाओं की सौगात दी। परियोजनाओं के शिलान्यास व लोकार्पण के बाद पीएम ने देवभूमि की जनता को संबोधित किया। पीएम ने पहाड़ के लोगों से जुड़ते हुए उनका उत्तराखंड से जुड़ाव का जिक्र किया। बता दें कि, पीएम मोदी ने शिक्षा, स्वास्थ्य, इंफ्रास्ट्रक्चर,बिजली, पेयजल, खेल एवं पर्यटन, आपदा प्रबंधन और बागवानी से जुड़ी कुल 23 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया है। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी ने एक्स पर लिखा कि प्रधानमंत्री मोदी का उत्तराखंड आगमन पर हार्दिक स्वागत और अभिनंदन किया। माननीय प्रधानमंत्री का यह दौरा ऐतिहासिक है जो प्रदेश के आध्यात्मिक पर्यटन को एक नई पहचान प्रदान करेगा और सशक्त व समृद्ध उत्तराखण्ड के विजन को साकार करने में मील का पत्थर साबित होगा।

जागेश्वर धाम, कैलाश पर्वत क्षेत्र को चारों धामों की तर्ज पर विकसित करने की शुरू तैयारी–

उत्तराखंड में जागेश्वर धाम, पर्वती कुंड और कैलाश पर्वत क्षेत्र को विकसित करने की तैयारी शुरू हो गई है। कैलाश दर्शन के बाद पीएम मोदी उत्तराखंड में धारचूला से 70 किमी दूर और 14000 फीट ऊपर बसे गुंजी गांव पहुंचे। यहां उन्होंने स्थानीय लोगों से मुलाकात की। यह गांव अगले दो साल में बड़े धर्म नगर शिव धाम के रूप में विकसित हो जाएगा। कैलाश व्यू प्वाइंट, ओम पर्वत और आदि कैलाश के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं का धारचूला के बाद यही सबसे बड़ा और अहम पड़ाव होगा। यहां बड़े यात्री निवास, होटल बनेंगे। भारतीय टेलीकॉम कंपनियों का नेटवर्क भी मिलेगा। गांव में होम स्टे बढ़ाए जाएंगे। पीएम ने कहा कि इस मानसखंड में बागेश्वर, बैजनाथ, नंदा देवी, गोलू देवता, पूर्णागिरी, कसार देवी, कैंची धाम, कटारमल, नैनादेवी, नानकमत्ता, रीठा साहिब जैसे अनेकों देव स्थलों की श्रृखंला का वैभव मौजूद है। राष्ट्र रक्षा और आस्था की इस तीर्थभूमि पर आकर मैं धन्य हो जाता हूं। भगवान शिव का घर माने जाने वाले कैलाश पर्वत के दर्शन अब भारत से ही हो सकेंगे। इसके लिए अब चीन के कब्जे वाले तिब्बत जाने की जरूरत नहीं होगी। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले की 18 हजार फीट ऊंची लिपुलेख पहाड़ियों से कैलाश पर्वत साफ दिखाई देता है। यहां से पर्वत की हवाई दूरी 50 किलोमीटर है। बता दें कि गूंजी गांव व्यास घाटी की उस जमीन पर है, जहां न भूस्खलन का खतरा है और न ही बाढ़ का। इस गांव में 20 से 25 परिवार ही रहते हैं। जो बमुश्किल अपना खर्च चला पाते हैं। पिथौरागढ़ डीएम रीना जोशी के मुताबिक गूंजी के दाएं तरफ से नाभीढांग, ओम पर्वत और कैलाश व्यू प्वाइंट का रास्ता जाता है, तो बाएं तरफ से आदि कैलाश और जौलीकॉन्ग का। इसीलिए, ये गांव कैलाश तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए मुफीद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अल्मोड़ा में स्थित जागेश्वर धाम में पहुंचने के बाद इस क्षेत्र को विकसित करने की तैयारी शुरू हो गई है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहली बार विश्व विख्यात जागेश्वर धाम में पहुंचे। वह करीब 25 मिनट तक जागेश्वर धाम रहे और मंदिर के गर्भ गृह में जाकर पूजा अर्चना की। यह धाम अल्मोड़ा से करीब 36 किलोमीटर की दूर है। यहां 124 छोटे और बड़े मंदिर हैं। जबकि हर साल धाम में हजारों की संख्या में श्रद्धालु बाबा के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। मंदिर परिसर में स्थापित मंदिरों में भी उन्होंने पूजा की, जिसमें जागेश्वर ज्योतिर्लिंग, हनुमान मंदिर, पुष्टि मैया, महामृत्युंजय बाबा, केदारनाथ मंदिर और बटुक भैरव आदि शामिल हैं। मान्‍यता है कि यहां लोगों की हर मनोकामना पूरी होती है। जागेश्वर धाम में देश-विदेश से श्रद्धालु रुद्राभिषेक, शिव वचन आदि के लिए पहुंचते हैं।पीएम ने कहा कि यहां आने से पहले मुझे पार्वती कुंड और जोगेश्वर धाम में पूजा अर्चना करने का सौभाग्य मिला। मैंने हर देशवासी के अच्छे स्वास्थ्य और विकसित भारत के संकल्प को मजबूत करने के लिए आशीर्वाद मांगा। मैंने प्रार्थना की कि उत्तराखंड के सारे सपने और संकल्प पूरे हों। बता दें कि जागेश्वर धाम में बॉलीवुड फिल्म विवाह की शूटिंग भी हुई है। जबकि बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार के अलावा कई अभिनेता और नेता यहां पर आकर भगवान शंकर दर्शन कर चुके हैं। पीएम ने कहा कि उनकी सरकार के प्रयास हैं कि मानसखंड को भी ऊंचाई पर लेकर जाना है। केदारखंड और मानसखंड को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। जो लोग बदरीनाथ और केदारनाथ आएंगे वो जागेश्वर धाम, आदि कैलाश, और ओम पर्वत भी आसानी से आ सकें ये प्रयास किया जा रहा है। उनके इस दौरे से बाकी पर्यटक भी यहां तक पहुंचेंगे। मानसखंड माला मिशन शुरू किया गया है। इससे कुमाऊं के मंदिरों तक आवाजाही आसान होगी। बदरीनाथ और केदारनाथ आने वाले यात्री इस ओर जरूर आएंगे। अब मानसखंड में यात्रियों की संख्या जबरदस्त बढ़ने वाली है।

पिथौरागढ़ स्पोर्ट्स स्टेडियम में पीएम मोदी ने कहा- उत्तराखंड ने कमाल कर दिया–

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिथौरागढ़ के स्पोर्ट्स स्टेडियम में जनसभा को संबोधित किया। इस स्टेडियम में प्रधानमंत्री को सुनने के लिए 50 हजार से अधिक लोगों की भीड़ मौजूद थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत में कहा कि आज तो उत्तराखंड ने “कमाल” कर दिया जी। शायद ऐसा दृश्य देखने का सौभाग्य शायद ही पहले किसी को मिला हो। आज सुबह से मैं उत्‍तराखंड में जहां गया, अद्भुत प्‍यार, अपार आशीर्वाद, ऐसा लग रहा था जैसे स्‍नेह की गंगा बह रही है। आध्यात्म और अप्रतिम शौर्य की इस धरा का मैं वंदन करता हूं। वीर माताओं को विशेष रूप से वंदन करता हूं। जब बद्रीनाथ धाम में “जय बदरी-विशाल” का उद्घोष होता है, तो गढ़वाल राइफल्स के वीरों का जोश बढ़ जाता है। जब गंगोलीहाट के कालिका मंदिर की घंटियां “जय महाकाली” के जयकारों से गूंजती हैं, तो कुमाऊं रेजीमेंट के वीरों में अदम्य साहस का संचार होने लगता है। यहाँ मानसखंड में बागेश्वर, बैजनाथ, नंदा देवी, गोलू देवता, पूर्णागिरी, कसार देवी, कैंची धाम, कटारमल, नानकमत्ता, रीठासाहिब, अनगिनत, अनगिनत देव स्थलों की श्रृखंला का वैभव, हमारे पास बहुत बड़ी विरासत है। राष्ट्ररक्षा और आस्था की इस तीर्थभूमि पर मैं जब-जब आया हूं, जब भी आपका स्‍मरण किया है, मैं धन्य हो जाता हूं। पीएम मोदी ने कहा कि मेरा विश्वास है कि ये दशक उत्तराखंड का होने वाला है। उत्तराखंड विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचे और आप लोगों का जीवन आसान हो इसके लिए हमारी सरकार पूरी ईमानदारी से काम कर रही है। हमने सीमावर्ती गांवों को अंतिम नहीं, बल्कि देश के पहले गांव के रूप में विकसित करना शुरू किया है। वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत, ऐसे ही सीमावर्ती गांवों का विकास किया जा रहा है। ये काम पहले की सरकारों द्वारा भी किया जा सकता था। लेकिन पहले की सरकारों ने इस डर से बॉर्डर एरिया का विकास नहीं किया कि कहीं दुश्मन इसका फायदा उठाकर अंदर ना आ जाए। आज का नया भारत, पहले की सरकारों की इस डरी हुई सोच को पीछे छोड़कर आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यहां आने से पहले मुझे पार्वती कुंड और जोगेश्वरधाम में पूजा-अर्चना करने का सौभाग्य मिला। मैंने हर देशवासी के अच्छे स्वास्थ्य और विकसित भारत के संकल्प को मज़बूत करने के लिए और मेरे उत्‍तराखंड के सारे सपने, सारे संकल्‍प पूरे हों, इसलिए आशीर्वाद मांगा है। कुछ ही देर पहले मेरी मुलाकात, हमारी सीमा के प्रहरियों, हमारे जवानों के साथ भी हुई है। मुझे स्थानीय कला और स्वयं सहायता समूहों से जुड़े हमारे सभी बहनें, भाई, उनसे भी मिलने का मौका मिला। यानी, भारत की संस्कृति, भारत की सुरक्षा, भारत की समृद्धि से जुड़े हुए इन तीनों स्वरूप में इस प्रकार से मेरी ये नए प्रकार की यात्रा भी जुड़ गई। सभी के दर्शन एक साथ हो गए। उत्तराखंड का ये सामर्थ्य, अद्भुत है, अतुलनीय है। इसलिए मेरा विश्वास है और ये विश्‍वास मैंने बाबा केदार के चरणों में बैठ कर व्‍यक्‍त किया था। मेरा विश्‍वास है कि ये दशक उत्तराखंड का दशक होने वाला है। और आज मैं आदि कैलाश के चरणों में बैठ करके आया हूं, मेरे उस विश्‍वास को फिर एक बार दोहराता हूं।उत्तराखंड विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचे, आप लोगों का जीवन आसान हो, इसके लिए हमारी सरकार पूरी ईमानदारी से, पूरे समर्पण भाव से और एक ही लक्ष्‍य ले कर आज काम कर रही है। अभी यहां, 4 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। एक ही कार्यक्रम में 4 हजार करोड़ रुपए, मेरे उत्‍तराखंड के भाई-बहन, आप कल्‍पना कर सकते हैं? मैं आप सभी को इन परियोजनाओं के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं। मेरे लिए ना तो ये रास्ते नए हैं और ना ही आप सभी साथी नए हैं। उत्तराखंड में अपनेपन की अनूभूति हमेशा मेरे साथ रहती है। और मैं देखता हूं कि आप भी अपनेपन के उसी हक के साथ, उसी आत्मीयता से मुझसे जुड़े रहते हैं। अनेक साथी उत्‍तराखंड के, दूर-दूर गांव के भी मुझे चिट्ठी लिखते हैं। हर अच्छे-बुरे वक्त पर साथ खड़े रहते हैं। परिवार में कोई नए मेहमान का जन्‍म हुआ हो तो भी मुझे खबर भेजते हैं। बेटी पढ़ाई में कहीं आगे बढ़ी हो तो भी चिट्ठी लिखते हैं। यानी जैसे पूरे उत्‍तराखंड परिवार का मैं एक सदस्‍य हूं वैसे उत्‍तराखंड मुझसे जुड़ गया है।‌ देश जब कोई बड़ी उपलब्धि हासिल करता है, तब भी आप खुशी साझा करते हैं। कुछ सुधार की गुंजाइश अगर कहीं दिखती है, तो वो भी आप मुझे बताने में कभी पीछे नहीं रहते। प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरी कितनी ही यादें यहां की इंच-इंच जमीन पर पड़ी हुई हैं। इस बार बहुत इच्छा थी कि मैं इस दैवीय परिसर में ज्यादा समय बिताऊं।जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम भावुक भी हो गए। उन्होंने कहा कि हेलीपैड से सभा स्थल तक करीब सात किलोमीटर तक लोगों ने पारंपरिक वेशभूषा के साथ मेरा स्वागत किया। यह जनता का प्यार ही है जो मैं यहां हूं। यहां लोगों ने इतना प्यार दिया है, यह मैं यह देखकर भावुक हूं। इतना प्यार बरसाने के लिए धन्यवाद। इस दौरान जनसभा स्थल मोदी के जयकारों से गूंज गया। जनसभा सुनने आए लोगों की भारी भीड़ देखकर प्रदेश के नेता, मंत्रियों के साथ ही स्थानीय संगठन की भी बांछें खिल गईं। पीएम मोदी भी भीड़ से गदगद नजर आए। 

उत्तराखंड के सीमावर्ती क्षेत्रों में विकास न होने पर पीएम ने पूर्व की सरकारों पर साधा निशाना–

पीएम नरेंद्र मोदी उत्तराखंड को विकास योजनाओं को रफ्तार दी। देश के सुदूर इलाके में चल रही विकास योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रम के जरिए पीएम मोदी ने बड़ा संदेश देने का प्रयास किया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूर्व की सरकारों ने बॉर्डर का विकास नहीं किया। उन्हें डर था कि दुश्मन देश हमारे देश में उसके जरिए घुस न आए। हम लोगों ने 250 से अधिक पुलों का निर्माण किया है। लगातार रोड बनाया जा रहा है। नए पुल बनाए जा रहे हैं। हम बॉर्डर तक ट्रेनों को लेकर आने की तैयारी कर रहे हैं। इस बदली हुई सोच का लाभ उत्तराखंड को भी मिल रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि लोग कहते थे, पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी पहाड़ के काम नहीं आती। हम इस सोच को भी बदल रहे हैं। हम सड़क बना रहे हैं। पानी पहुंच रहा है। ऐसे में दूसरे स्थानों पर गए लोग भी वापस आ रहे हैं। डबल इंजन की सरकार ने स्थिति में बदलाव किया है। हम बॉर्डर तक ट्रेनों को लेकर आने की तैयारी कर रहे हैं। इस बदली हुई सोच का लाभ उत्तराखंड को भी मिल रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि लोग कहते थे, पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी पहाड़ के काम नहीं आती। हम इस सोच को भी बदल रहे हैं। हम सड़क बना रहे हैं। पानी पहुंच रहा है। ऐसे में दूसरे स्थानों पर गए लोग भी वापस आ रहे हैं। डबल इंजन की सरकार ने स्थिति में बदलाव किया है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने खिलाड़ियों के सम्मान में फ्लश लाइट जलवाई। लोगों ने भी पीएम मोदी के कहने पर एशियाड में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को अपने तरीके से बधाई दी। पीएम नरेंद्र मोदी ने एशियाड में भारत के प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कहा कि देश ने इतिहास बनाया है। खिलाड़ियों ने सेंचुरी बनाई है। 100 से अधिक मेडल जीतने में भारत ने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। वंदना कटारिया की टीम भी मेडल जीतने में कामयाब रही है।अपने संबोधन को अंत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने फिर से देवभूमि की जनता का अभिवादन किया। उन्होंने कहा कि, हेलीकॉप्टर से उतरने के बाद सात किलोमीटर सड़क मार्ग से वो सभा स्थल तक पहुंचे और उनको यहां आने में देर इसलिए हुई क्योंकि इस रास्ते में दोनों ओर ‘मानव दीवार’ खड़ी थी। ऐसी भीड़ लगी थी कि जैसे परिवार में कोई शुभ अवसर हो, मंगल वातावरण में महिलाओं ने आरती और गुलदस्ते लेकर उनका स्वागत किया। इस स्वागत के लिए वो उत्तराखंडवासियों का आभार व्यक्त किया । पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तराखंड के गांव-गांव में गंगा-गंगोत्री है, यहां के हिमशिखरों में शिवजी और नंदा विराजते हैं। यहां के मेले विशिष्ठ पहचान रखते हैं। पांडव नृत्य, छोलिया, मांगल गीत, फूलदेई, हरेला, बग्वाल, और रम्माण जैसे सांस्कृतिक आयोजन से देवभूमि समृद्ध है। वहीं, स्वाद के मामले में भी पहाड़ों का कोई मुकाबला नहीं। रोट, अरसे, झंगोरे की खीर, कफली, पकौड़े, रायता, अल्मोड़ा की बाल मिठाई, सिंगोरी का स्वाद कौन भूल सकता है।इस दौरान मंच पर पूर्व सीएम सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, सतपाल महाराज, अजय भट्ट, रेखा आर्या,गणेश जोशी सहित उत्तराखंड के सभी प्रमुख नेता मौजूद रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मिडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तस्वीरें साझा कि। उन्होंने लिखा कि उत्तराखंड में पिथौरागढ़ के पवित्र पार्वती कुंड में दर्शन और पूजन से अभिभूत हूं। यहां से आदि कैलाश के दर्शन से भी मन आह्लादित है। प्रकृति की गोद में बसी अध्यात्म और संस्कृति की इस स्थली से अपने देश के सभी परिवारजनों के सुखमय जीवन की कामना की।

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