काफी लंबे अरसे के बाद केंद्र की मोदी सरकार राज्यपालों की नियुक्ति और बदलने की प्रक्रिया शुरू है। महाराष्ट्र, पंजाब, तेलंगाना, राजस्थान समेत कई राज्यों के राज्यपाल बदले गए हैं। राष्ट्रपति ने नए गवर्नर की नियुक्ति की है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शनिवार देर रात कई राज्यों के लिए राज्यपालों की नियुक्तियों की घोषणा की है। इसे लेकर राष्ट्रपति भवन द्वारा एक अधिसूचना भी जारी की गई है, जिसमें सभी राज्यपालों की नई नियुक्ति के बारे में जानकारी प्रदान की गई है। जारी अधिसूचना के तहत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक के पद से बनवारीलाल पुरोहित का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
अब तक राजस्थान के राज्यपाल रहे कलराज मिश्र का कार्यकाल 21 जुलाई को समाप्त हो गया था। कलराज मिश्र ने 9 सितम्बर 2019 को राज्यपाल पद की शपथ ली थी और तब से वो निरंतर इस जिम्मेदारी को बखूबी निभा रहे थे। 21 जुलाई जुलाई उनके कार्यदिवस का अंतिम दिन था। उनका पांच वर्ष का कार्यकाल अब समाप्त हो गया था। इसके बाद भी वो अपने पद पर बने हुए थे।क्योंकि नियमानुसार जब तक नया उत्तराधिकारी पद ग्रहण न कर ले तब तक मौजूदा राज्यपाल को कार्यरत रहना होता है।
संतोष गंगवार को बरेली में विकास पुरुष कहते हैं । वे बीजेपी से बरेली में 8 बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। उन्होंने अपना पहला चुनाव वर्ष 1981 मे बरेली लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट पर लड़ा, जिसमे उनकी हार हुई। जिसके बाद 1984 के आम चुनावो मे भी उनको हार का सामना करना पड़ा। मगर उसके बाद उन्होंने जो रफ़्तार पकड़ी उससे कोई नहीं पकड़ पाया। वह उत्तर प्रदेश के बरेली से 1989 से लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं। हालांकि 2009 के चुनाव में उन्हे कांग्रेस के प्रवीण सिंह आरोन ने 9 हजार से अधिक मतों के अंतर से हराया था। मगर 2014 के चुनाव में उन्होंने एक बार फिर जबरदस्त वापसी करते हुए जीत हासिल की । 2019 में भी वे जीत गए ।
मोदी सरकार में रह चुके हैं मंत्री
संतोष गंगवार उत्तर प्रदेश में पार्टी इकाई के कार्य समिति के सदस्य भी रह चुके हैं। उन्होंने 13वीं लोकसभा में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बनी सरकार में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री के साथ-साथ संसदीय कार्य राज्य मंत्री का पदभार भी संभाला है। इसके अलावा वो विज्ञान एवं तकनीकी राज्यमंत्री भी रह चुके हैं। मोदी सरकार में भी टेक्सटाइ और वित्त राज्य मंत्री की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
संतोष गंगवार का जन्म
संतोष गंगवार का जन्म उत्तर प्रदेश के बरेली में 1 नवम्बर 1948 को हुआ था। उनकी उच्च शिक्षा आगरा विश्वविद्यालय और रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय से उन्होंने अपनी बीएससी और एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। इस दौरान वह छात्र राजनीति से जुड़े रहे, इंदिरा गांधी की ओर से लगाई गई इमरजेंसी के दौरान तो उनको जेल तक जाना पड़ा था।
नए राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े का बचपन गरीबी में बिता अखबार बेचने पड़े थे–
मोदी सरकार ने हरिभाऊ किसनराव बागड़े राजस्थान का नया राज्यपाल नियुक्त किया है।हरिभाऊ किसनराव बागड़े का जन्म औरंगाबाद जिले के फुलंबरी कस्बे में एक मराठा परिवार में 17 अगस्त 1945 को हुआ था। वे पहली बार 1985 में औरंगाबाद पूर्व की विधानसभा सीट से जीतकर महाराष्ट्र विधानसभा पहुंचे थे। उन्होंने 2014 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) के कल्याण काले के खिलाफ फुलंबरी निर्वाचन क्षेत्र से विधायक का चुनाव जीता था। उसी निर्वाचन क्षेत्र से 2019 का विधानसभा चुनाव जीता था। जब भाजपा ने 2014 में महाराष्ट्र में अपनी पहली सरकार बनाई, तो उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा का अध्यक्ष नियुक्त किया था। महाराष्ट्र सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं।हरिभाऊ के जन्म के बाद उनका जीवन बड़ी ही गरीबी और संघर्ष में बीता। बचपन में खर्च के लिए लिए कई साल तक औरंगाबाद के फुलंब्री में उन्होंने अखबार भी बेचा था। महाराष्ट्र के औरंगाबाद के चित्तेपिम्पलगांव में जन्में हरिभाऊ को कृषि से बेहद प्यार था। उन्होंने औरंगाबाद स्थित अपने घर का नाम कृषि योग रखा हुआ है।
- इन राज्यों में मिले नए राज्यपाल–
- हरिभाऊ किसनराव बागड़े को राजस्थान का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
- जिष्णु देव वर्मा को तेलंगाना का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
- ओम प्रकाश माथुर को सिक्किम का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
- संतोष कुमार गंगवार को झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
- रामेन डेका को छत्तीसगढ़ का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
- सीएच विजयशंकर को मेघालय का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।