जापान के हिरोशिमा में जी-7शिखर सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार 20 मई को कई वैश्विक नेताओं से मुलाकात की। लेकिन पीएम मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के बीच शनिवार को मुलाकात हुई है। इस बीच, दोनों देशों के बीच वार्ता भी हुई है। ये मुलाकात ऐसे समय हुई है, जब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है। इससे पहले पीएम मोदी और जेलेंस्की के बीच कई बार फोन पर बात हुई है। युद्ध के बीच यह पहली बार आमने-सामने मुलाकात और बातचीत हुई है। बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने कहा, यूक्रेन युद्ध दुनिया के लिए एक बड़ा मसला है। इस युद्ध का असर पूरी दुनिया पर है। मैं इसे सिर्फ एक मुद्दा नहीं मानता, बल्कि मेरे लिए यह अर्थव्यवस्था, राजनीति और मानवता का मुद्दा है। भारत और मैं युद्ध के समाधान के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं, करेंगे। युद्ध की पीड़ा क्या होती है, यह बात आप (यूक्रेन) हम सबसे जादा जानते हैं. यूक्रेन मेरे लिये मानवीयता का मुद्दा है। इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी मौजूद रहे।
पीएम मोदी जी-7 समिट में शामिल होने के लिए 19 मई को जापान के हिरोशिमा पहुंचे हैं. इससे पहले उन्होंने जापान के पीएम फुमियो किशिदा से जापान और भारत की जी-7 और जी 20 की अध्यक्षता के तहत कई वैश्विक चुनौतियों पर बात की. शनिवार को उन्होंने महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया. पीएम की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से भी मुलाकात हुई है.पीएम मोदी दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों से युद्ध की शुरुआत के बाद से कई मौकों पर शांति की अपील कर चुके हैं. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मौजूदगी में भी शांति का संदेश देते हुए साफ कह चुके हैं कि किसी भी समस्या का समाधान जंग नहीं है. बातचीत से समस्या का हल निकाला जाना चाहिए. हालांकि, संयुक्त राष्ट्र संघ और अन्य वैश्विक मंचों पर भारत ने रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग को लेकर अपना तटस्थ रुख भी कायम रखा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान के बाद पॉपुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया भी जाएंगे. पीएम मोदी के शनिवार को जापान के हिरोशिमा में आयोजित क्वाड सम्मेलन में हिस्सा लेने का कार्यक्रम है. इसके बाद उन्होंने परमाणु हमले के पीड़ितों की याद में बने हिरोशिमा के स्मारक पर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की. पीएम मोदी ने महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण भी किया है. जी-7 बैठक में जापान और अमेरिका के अलावा ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, कनाडा और इटली के साथ-साथ यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि भी शामिल हुए हैं।