हमारे देश में एक्सप्रेस वे, रेल मार्ग से लेकर एयरपोर्ट के क्षेत्र में तेजी के साथ विकास कर रहा है। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को देश की जनता को समर्पित किया था। ऐसे ही रेलवे स्टेशन भी विश्व स्तरीय बनाए जा रहे हैं। भोपाल का रानी कमलापति रेलवे स्टेशन की भी पिछले दिनों शुरुआत हुई है। यानी यातायात के क्षेत्र में देश तेजी के साथ रफ्तार बढ़ा रहा है। देश में आज एक और इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण का भूमि पूजन होने जा रहा है। उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के पास छोटा कस्बा जेवर देश की सुर्खियों में छाया हुआ है। कई सालों से जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की शुरुआत होने के लिए टकटकी लगाए हुए था। आखिरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जेवर को ‘सौगात’ देने जा रहे हैं। पीएम मोदी गुरुवार दोपहर करीब एक बजे जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की आधारशिला रखेंगे। इसके साथ ही प्रदेश अगले तीन वर्षों के भीतर देश के सबसे प्रमुख विमानन केंद्र के तौर पर स्थापित हो जाएगा। उस समय तक जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट भारत का आधुनिकतम ग्रीनफील्ड (नया बनने वाला) एयरपोर्ट होगा। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में उस समय तक 16 अन्य एयरपोर्ट परिचालन में होंगे। एक तरह से यह देश में हवाई मार्गों से सबसे ज्यादा कनेक्टेड रहने वाला राज्य होगा। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि ये केवल उत्तर प्रदेश के ही नहीं बल्कि पूरे देश के भविष्य को प्रभावित करेगा। इसमें 34 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है। ये एशिया का सबसे बड़ा हवाई अड्डा होगा। नोएडा एयरपोर्ट के बनने के बाद दिल्ली एयरपोर्ट पर यात्रियों के कंजेशन को खत्म करने में मदद मिलेगी। पहले चरण का काम नवंबर, 2024 तक पूरा होगा जिसमें 4,588 करोड़ रुपये की लागत आएगी। वहीं चारों चरणों के निर्माण पर 29,560 करोड़ रुपये की लागत बताई जा रही है।एयरपोर्ट के पास एमआरओ सेंटर, फिल्म सिटी, मेडिकल इंस्टीट्यूट्स और इंडस्ट्रीज आदि डेवलप की जाएंगी। आधारशिला के बाद पीएम मोदी यहां एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। इस मौके पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे।
जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनने के बाद दिल्ली एनसीआर को होगा फायदा—
बता दें कि जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनने के बाद सबसे अधिक फायदा दिल्ली-एनसीआर को होगा। राजधानी दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, अलीगढ़, बुलंदशहर, आगरा, मथुरा समेत पश्चिम यूपी के 30 जिलों और हरियाणा के फरीदाबाद, पलवल और वल्लभगढ़ के लोगों को सुविधाएं मिलेंगी। दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जेवर एयरपोर्ट की दूरी 72 किलोमीटर है। वहीं नोएडा से करीब 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित होगा। इसके अलावा ग्रेटर नोएडा में रहने वालों के लिए ये काफी मददगार साबित होगा, क्योंकि ग्रेटर नोएडा से जेवर एयरपोर्ट की दूरी महज चालीस किलोमीटर ही होगी। इसके अलावा दिल्ली एनसीआर के प्रमुख शहर फरीदाबाद से जेवर एयरपोर्ट की दूरी सिर्फ 53 किलोमीटर ही होगी। साथ ही गाजियाबाद से जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट करीब 75 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद रहेगा। जबकि गुड़गांव की दूरी एयरपोर्ट से करीब अस्सी किलोमीटर होगी। वहीं अलीगढ़ की बात करें तो ये शहर जेवर एयरपोर्ट से महज 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित होगा। इस अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट निर्माण के दौरान रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। इसके साथ यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा सरकार इस एयरपोर्ट को भी अपने चुनावी अभियान में शामिल करेगी।