दिनांक- 23 मई 2022
🌺 आज का पंचांग 🌺
दिन – सोमवार
संवत्सर नाम – नल
युगाब्दः- 5124
विक्रम संवत- 2079
शक संवत -1944
अयन – सौम्य (उत्तरायण)
गोल – सौम्य (उत्तर)
ऋतु – ग्रीष्म
काल (राहु)- पश्चिम दिशा
मास – ज्येष्ठ
पक्ष – कृष्ण पक्ष
तिथि- सप्तमी
नक्षत्र – शतभिषा
योग – ऐन्द्र
करण- कौलव
दिशा शूल- पूर्व दिशा में
🌞सूर्योदय- 5:17
🌞पाक्षिक सूर्य— कृत्तिका नक्षत्र में
🌸आज का व्रत व विशेष:- पंचक (भदवा) आरंभ व समाप्ति गुरुवार रा. 2:30 ।
🌺आने वाला व्रत व विशेष:- एकादशी व्रत- गुरुवार ।
🌻🌸 सांस्कृतिक कोश🌸🌻
काशी में संकट मोचन की स्थापना संत तुलसी दास जी ने किया था ।
🌓अर्धप्रहरा:- (दिन के) प्रातः के 6:58 से 8:39 एवं 3:23 से 5:03 तक ।
🌚 राहु काल:- दिन के 6:51 से 8:32 बजे तक ।
🌺🌼आज का सुविचार🌼🌺
टुटने का मतलब खत्म होना नहीं है हर समय । कई बार टुटने पर निखर भी जाते हैं ।
23 मई का राशिफल—-
मेष: शुक्र का यह गोचर आपकी ही राशि में होने जा रहा है। जहां पर राहुदेव पहले से ही विराजित हैं। यह गोचर आपके लिए सौभाग्यशाली रहेगा। आपके व्यक्तित्व में सकारात्मक बदलाव होंगे। आपका आकर्षण बढ़ जाएगा। कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेंगी, पद प्रतिष्ठा मान सम्मान में वृद्धि होगी। महिलाओं का सहयोग प्राप्त होगा। मित्रों की संख्या बढ़ेगी। कपड़ा व्यापार, इत्र परफ्यूम व्यापार, सौंदर्य प्रसाधन आदि पदार्थों से जुड़े व्यापारियों के लिए समय सफलतादायक रहेगा।
वृषभ: शुक्र का यह गोचर आपकी राशि के स्थान पर होने जा रहा है। जहां पर राहुदेव पहले से ही विराजित हैं। यह गोचर आपके लिए अत्यंत सुखद है साबित होगा। भाग्य का सहारा मिलेगा। व्यय की अधिकता रहेगी किंतु धन लाभ के अवसर भी प्राप्त होंगे। सुख सुविधा, भूमि भवन, वाहन इत्यादि पर खर्च होगा। धार्मिक स्थल की यात्रा पर जा सकते हैं। शत्रु पक्ष हावी हो सकता है, चरित्र पर नियंत्रण रखें, बेवजह किसी उलझन में न पड़े अन्यथा कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाने पड़ सकते हैं।
मिथुन : शुक्र का यह गोचर आपकी राशि से 11वें भाव में होने जा रहा है, जहां पर राहुदेव पहले से ही विराजित हैं। अत्यंत भाग्यशाली समय रहेगा। मन प्रसन्न रहेगा। आय में वृद्धि होगी आर्थिक स्थिति मजबूत बनेगी। स्त्री वर्ग से विशेष सहयोग प्राप्त होगा। विद्यार्थियों के लिए समय अनुकूल है। कला के क्षेत्र से, जैसे गीत, संगीत, नाट्य, सिनेमा, टेलीविज़न से जुड़े सभी लोगों के लिए समय सफलतादायक रहेगा।
कर्क: शुक्र का गोचर आपकी कुंडली के दशम स्थान पर होगा जहां पर राहुदेव पहले से ही विराजित हैं। समय थोड़ा परेशानी भरा रह सकता है। स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती हैं। भूमि,भवन, वाहन आदि के सुखों में वृद्धि होगी किन्तु कार्यक्षेत्र में शत्रु पक्ष बलवान होगा विरोध का सामना करना पड़ सकता है। व्यापारिक मामले उलझ सकते हैं। मन परेशान रह सकता है। छात्रों के लिए भी समय कठिन है, मेहनत अधिक व सफलता कम मिलेगी। दाम्पत्य जीवन में भी आपसी मतभेद रह सकता है।
सिंह : शुक्र का यह गोचर आपकी राशि से नवम स्थान में होने जा रहा है, जहां पर राहुदेव पहले से ही विराजित हैं। भाग्य का पूरा-पूरा साथ मिलेगा, आपके पराक्रम में वृद्धि होगी। आय की वृद्धि होगी आर्थिक स्थिति मज़बूत बनेगी। समय सफलतादायक रहेगा। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। सरकारी नौकरी से जुड़े लोगों को लाभ प्राप्त होगा पद प्रतिष्ठा बढ़ सकती है। प्रतिद्वंद्वियों से सावधान रहें। धार्मिक रुचि बढ़ेगी।
कन्या: शुक्र का यह गोचर आपकी राशि से अष्टम स्थान पर होने जा रहा, जहां पर राहु देव पहले से ही विराजमान हैं। यह समय विशेष सावधानी बरतने वाला रहेगा, भाग्य का साथ कम मिलेगा, परिश्रम अधिक असफलता कम प्राप्त होगी। स्वास्थ्य से संबंधित परेशानियां बढ़ सकती हैं, किडनी के रोग, मधुमेह आदि से पीड़ित लोगों को विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए। आकस्मिक धनलाभ के योग बनेंगे। पैतृक संपत्ति से जुड़े विवाद आपके पक्ष में रहेंगे। पिता का सहयोग प्राप्त होगा।
तुला : शुक्र का यह गोचर आपकी कुंडली के सप्तम स्थान पर होने जा रहा है, जहां पर राहुदेव पहले से ही विराजमान हैं। यह समय आपके लिए मिलाजुला रह सकता है। शुक्र का गोचर दाम्पत्य जीवन में सफलता दिलाएगा। किंतु राहु के होने से दाम्पत्य जीवन में परेशानियां भी रह सकती हैं। आर्थिक दृष्टि से समय उत्तम रहेगा। व्यापारिक क्षेत्र लाभ प्राप्त होगा धन की स्थिति मजबूत होगी। किंतु स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। स्त्री पक्ष से वाद विवाद रहेगा
वृश्चिक: शुक्र का यह गोचर आपकी राशि से छठे स्थान पर होने जा रहा है, जहां पर राहुदेव पहले से ही विराजमान हैं। यह समय आपके लिए बेहतर रहने वाला है। सुखों में बढ़ोतरी होगी। धन आगमन होगा। किंतु बेवजह किसी विवाद में न पड़े, अन्यथा मित्र भी शत्रु की तरह पेश आएंगे।खर्चों की अधिकता रहेगी किंतु आकस्मिक धन लाभ भी होंगे। विद्यार्थियों के लिए समय खास सफलतादायक रहेगा। शेयर मार्केट से जुड़ें लोगों के लिए समय सफलतादायक रहेगा। साझेदारी के व्यापार में परेशानी रह सकती है। लंबी दूरी की यात्राएं हो सकती हैं। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां बढ़ सकती हैं।
धनु: शुक्र का यह गोचर आपकी राशि से पंचम स्थान में होने जा रहा है, जहां पर राहुदेव पहले से ही विराजित हैं। यह समय आपके लिए उत्तम रहेगा। धन आगमन के योग बन रहे हैं। कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी मान सम्मान में वृद्धि होगी। कपड़ा व्यापार से जुड़े लोगों के लिए समय सफलतादायक है। कंप्यूटर, मीडिया, कला, रचनात्मक कार्य के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए समय बेहतरीन रहेगा। विद्यार्थियों को प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता प्राप्त होगी। स्त्री वर्ग को विशेष लाभ रहेगा। आभूषण, सौंदर्य प्रसाधन, कपड़ों की खरीदारी करेंगे। संतान पक्ष से मन चिंतित रह सकता है। प्रेम संबंधों में मतभेद बढ़ सकते हैं।
मकर: शुक्र का यह गोटर आपकी कुंडली के चतुर्थभाव में होने जा रहा है, जहां पर राहुदेव पहले से ही विराजमान हैं। आप के लिए यह गोचर अत्यंत भाग्यशाली रहेगा। सुखों में वृद्धि होगी। मान सम्मान की प्राप्ति होगी। आर्थिक स्थिति मज़बूत बनेगी, धनागमन के योग बन रहे हैं। भूमि, भवन, वाहन आदि खरीदने का समय है। शत्रु पक्ष परास्त होगा। सरकारी नौकरी से जुड़े लोगों को पद प्रमोशन मिल सकता है। पिता के सहयोग से धन लाभ होगा। किंतु घर में कलह रह सकता है। माता के स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखें। जीवनसाथी से मतभेद रह सकता है।
कुंभ: शुक्र का यह गोचर आपकी राशि से तृतीय स्थान पर होने जा रहा है, जहां पर राहुदेव पहले से ही विराजमान हैं। आप के लिए यह गोचर अत्यंत शुभ फलदायी रहेगा। भाग्य का पूरा-पूरा साथ मिलेगा। मेहनत कम और सफलता ज्यादा रहेगी। आपके पराक्रम में वृद्धि होगी। मित्रों की संख्या बढ़ जाएगी। बैंक बैलेंस बढ़ेगा। सुख सुविधाओं के चीजों पर पैसा खर्च होगा। कार्यक्षेत्र में मान सम्मान में वृद्धि होगी पद प्रमोशन बढ़ सकता है। विद्यार्थियों के लिए समय अति उत्तम है प्रतियोगिता परीक्षा में इच्छित परिणाम प्राप्त होंगे। परिवार में सुख शांति रहेगी, छोटे भाई-बहनों का सहयोग प्राप्त होगा।
मीन: शुक्र का यह गोचर आपकी राशि के द्वितीय भाव में होने जा रहा है, जहां पर राहुदेव पहले से ही विराजित हैं। आप के लिए यह समय परेशानी भरा रह सकता है। शारीरिक कष्ट बढ़ सकता है। आर्थिक स्थिति में परेशानी आ सकती है। खर्चों की अधिकता के चलते धन संचय करने में परेशानी रहेगी। भूमि, भवन, वाहन आदि के कार्यों में रुकावट पैदा हो सकती है। कुटुम्ब क्लेश बढ़ सकता है। कार्यक्षेत्र में स्थिति सामान्य रहेगी, कामकाज संबंधी मामले सुचारु रूप से चलेंगे।