उत्तराखंड के उच्च गढ़वाल हिमालयी क्षेत्र के चारधामों के रूप में प्रसिद्ध मंदिरों में से एक गंगोत्री धाम के कपाट बुधवार को अन्नकूट के पर्व पर श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए गए। सर्दियों में छह माह मंदिर के बंद रहने के दौरान श्रद्धालु मां गंगा की पूजा अर्चना उनके शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा गांव में कर सकेंगे । गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया कि वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मां गंगा की विधि विधान से पूजा अर्चना करने के बाद मंदिर के कपाट पूर्वाहन 11:36 पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए ।
इस मौके पर गंगोत्री के विधायक सुरेश चौहान, मंदिर के धर्माधिकारी तथा सैकडों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे । इस दौरान तीर्थ पुरोहित लगातार गंगा लहरी का पाठ करते रहे । कपाट बंद होने के बाद डोली में सवार होकर गंगा की भोगमूर्ति जैसे ही मंदिर परिसर से बाहर निकली, तो पूरा माहौल भक्तिमय हो उठा।

