आज गणेश चतुर्थी को लेकर पूरे देश भर में उत्सव और उमंग का माहौल छाया हुआ है। महाराष्ट्र में गणेश उत्सव को लेकर पूरे 10 दिनों तक धूम रहती है। महाराष्ट्र के अलावा गोवा, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान, गुजरात, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड समेत तमाम राज्यों में गणेश उत्सव धूमधाम के साथ मनाया जाता है। सपनों की नगरी मुंबई में गणेश चतुर्थी पर बप्पा को घर-घर में विराजमान किया जाता है। मुंबई में 10 दिनों तक कई स्थानों पर गणेश जी के बड़े-बड़े पंडाल लगाए जाते हैं। अनंत चतुर्दशी के दिन बप्पा की विदाई होती है। मुंबई में सभी फिल्मी सितारे बप्पा की भक्ति में लीन हो जाते हैं। 10 दिनों तक चलने वाले गणेश उत्सव की शुरुआत महाराष्ट्र के पुणे से हुई थी। स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारी लोकमान्य तिलक जी ने महाराष्ट्र में आजादी से पहले इस पर्व की शुरुआत की थी। यह आजादी से पहले एक आंदोलन के रूप में शुरू हुआ था बाद में गणेश उत्सव के रूप में मनाया जाने लगा। स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य तिलक ने हिंदुओं को एकजुट करने के लिए महाराष्ट्र में गणेश उत्सव की शुरुआत की थी। साल 1893 में पुणे से गणेश उत्सव मनाने की शुरुआत हुई थी। महाराष्ट्र से निकलकर यह गणेश उत्सव गोवा, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक राजस्थान गुजरात राज्यों में फैल गया।
हर वर्ष भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष पर देशभर में गणेश उत्सव की धूम रहती है। इस वर्ष मंगलवार, 19 सितंबर से 10 दिनों तक चलने वाले गणेशोत्सव की शुरुआत हो रही है। यह दस दिनों तक चलने वाला गणेश उत्सव 28 सितंबर तक रहेगा। इस वर्ष पंचांग भेद के कारण भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 2 दिन रहेगी। 18 सितंबर से चतुर्थी तिथि शुरू हो जाएगी जो 19 सितंबर की सुबह 10 बजकर 28 मिनट तक रहेगी। 18 सितंबर को गणेश चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा और 19 सितंबर से गणेशोत्सव की शुरुआत होगी। इस बार मंगलवार और गणेश चतुर्थी का शुभ योग रहेगा और इसके अलावा रवियोग, स्वाति और विशाखा नक्षत्र भी रहेगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश का जन्म हुआ था।
गणेश चतुर्थी पर घर-घर भगवान गणपति विराजते हैं और पूजा-आराधना की जाती है।ये पर्व भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। मानते हैं कि इसी दिन गणेश जी का प्राकट्य हुआ था। ये भी माना जाता है कि इस दिन गणेश जी धरती पर आकर भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं। गणेश जी की पूजा की अवधि 10 दिन तक होती है, इसे गणेश महोत्सव कहते हैं। इसमें गणेश जी धरती पर निवास करते हैं, अनंत चतुर्दशी तक गणेश महोत्सव चलता है। इस बार गणेश चतुर्थी का पर्व 19 सितंबर यानी आज से आरंभ हो रहा है और 28 सितंबर तक रहेगा। यह त्योहार महाराष्ट्र, गुजरात, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में मनाया जाता है।
गणेश चतुर्थी 2023 शुभ मुहूर्त (Ganesh Chaturthi 2023 Shubh Muhurat)
हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। इस साल, गणेश चतुर्थी 19 सितंबर यानी आज मनाई जा रही है और गणेश विसर्जन दस दिन बाद यानी 28 सितंबर, बृहस्पतिवार को होगा। चतुर्थी तिथि की शुरुआत 18 सितंबर यानी कल दिन में 12 बजकर 39 मिनट पर हो चुकी है और समापन 19 सितंबर यानी आज दिन में 1 बजकर 43 मिनट पर समापन होगा।
गणेशजी की पूजा-आराधना के दौरान उनके 4 प्रभावशाली मंत्रों का जाप अवश्य ही करना चाहिए–
– वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ । निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा ॥
– ऊँ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्ती प्रचोदयात्॥
-ॐ गं गणपतये नमः।
-ॐ गणेश ऋणं छिन्धि वरेण्यं हुं नमः फट ||