यह कोई घटना फिल्मी नहीं बल्कि हकीकत है। गांव वालों ने कभी सोचा नहीं होगा हमारे यहां कोई सात समंदर पार से आकर गोरी मेम दुल्हन बनेगी। रविवार रात पूरा गांव दुल्हन को देखने पहुंचा। यह शादी हुई बिहार के बेगूसराय में। बेगूसराय जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र के कटहरिया गांव के रहने वाले रामचंद्र साह के बेटे राकेश कुमार ने पेरिस की रहने वाली मैरी लोरी हेरल के साथ सनातन परंपरा से विवाह रचाया। पेरिस से विवाह करने के लिए लड़की के साथ उसका पूरा परिवार आया था। इस दौरान पूरा गांव इस शादी में शामिल हुआ। राकेश कुमार दिल्ली में टूरिस्ट गाइड का काम करता था। छह साल पहले भारत घूमने आई मैरी के साथ उसकी दोस्ती हो गई। भारत से लौटने के बाद दोनों की बातचीत जारी रही। धीरे-धीरे दोस्ती प्यार में बदल गई। करीब 3 साल पहले राकेश भी पेरिस चला गया। वहां मैरी के साथ मिलकर पार्टनरशिप में कपड़े का बिजनेस शुरू किया। इसी दौरान दोनों काफी करीब आ गए। जब इसकी जानकारी मैरी के परिजनों को लगी तो उन्होंने दोनों की शादी की मंजूरी दे दी। मैरी को भारतीय सभ्यता और संस्कृति इतना ज्यादा पसंद था कि उसने भारत आकर अपने होने वाले पति के गांव में शादी करने का प्लान बनाया। इसके बाद मैरी अपने माता-पिता एवं राकेश के साथ गांव पहुंची, जहां रविवार की रात भारतीय सनातन परंपरा के अनुसार वैदिक मंत्रोच्चार के बीच दोनों की शादी संपन्न हुई। अगले कुछ दिनों में दोनों लोग फिर पेरिस लौट जाएंगे।