मुंबई के ताज होटल में आयोजित बोर्ड की बैठक में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर 67 वर्षीय रोजर बिन्नी को बीसीसीआई का नया प्रेसिडेंट चुना गया है। बीसीसीआई अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने वाले रोजर बिन्नी अकेले उम्मीदवार थे। बोर्ड की बैठक में रोजर बिन्नी के नाम की मुहर लग गई है। बैठक में सचिव जय शाह, पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली, उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला, कोषाध्यक्ष अरुण सिंह धूमल और रोजर बिन्नी भी मौजूद थे। इसी के साथ सौरव गांगुली का बीसीसीआई के अध्यक्ष पद का कार्यकाल भी खत्म हो गया है। बिन्नी अपने हालिया कार्यकाल में कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के अध्यक्ष थे और अब राज्य निकाय में अपना पद छोड़ देंगे।बिन्नी अतीत में संदीप पाटिल की अध्यक्षता वाली सीनियर चयन समिति के सदस्य रह चुके हैं। जब भी भारतीय टीम में चयन के लिए उनके बेटे स्टुअर्ट बिन्नी के नाम पर चर्चा होती थी तो वह खुद को इससे अलग कर लेते थे। बीसीसीआई के कहा, रोजर एक अच्छे इंसान हैं जिन्होंने भारत की तरफ से खेलते हुए देश का मान बढ़ाया।वह विश्व कप के नायक हैं और उनकी छवि साफ-सुथरी है। लोढ़ा समिति ने जब हितों के टकराव की बात कही थी तो उन्होंने चयन समिति से इस्तीफा दे दिया था। जय शाह को लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए पुन: सचिव चुना गया। इन दोनों के अलावा जिन अन्य पदाधिकारियों को निर्विरोध चुना गया उनमें कोषाध्यक्ष आशीष शेलार, उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला और संयुक्त सचिव देवजीत सेकिया शामिल हैं। रोजर बिन्नी 1983 वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम के सदस्य रहे हैं। उन्होंने भारत के लिए 27 टेस्ट और 72 एक दिवसीय मैच खेले हैं। बतौर बॉलिंग ऑलराउंडर बिन्नी ने इंटरनेशनल क्रिकेट में 124 इंटरनेशनल विकेट और 1459 रन बनाए। वह 1987 में रिटायर हो गए थे। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद रोजर बिन्नी ने एशियाई क्रिकेट परिषद डेवलपमेंट ऑफिसर के तौर पर लंबे समय तक काम किया। इस दौरान उन्होंने कई देशों में जाकर युवाओं को क्रिकेट सिखाया। वह साल 2000 में अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के कोच रह चुके हैं। यह पहली बार था जब भारतीय टीम ने यह टूर्नामेंट जीता था। रोजर बिन्नी भारत के लिए खेलने वाले पहले एंग्लो इंडियन खिलाड़ी हैं।बिन्नी स्कॉटिश मूल के हैं। बता दें रॉजर बिन्नी के बेटे स्टुअर्ट बिन्नी ने भी टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व किया है। वहीं सौरव गांगुली की बात करें तो वह अब बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन में वापसी करने वाले हैं। सौरव गांगुली के आईसीसी में जाने की अटकलें भी लगाई जा रही थी लेकिन बीसीसीआई की आम सभा में इस मुद्दे पर चर्चा ही नहीं हुई।