कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार आज शाम 6 थम गया। 10 मई बुधवार को राज्य में 224 सीटों के लिए एक चरण में वोट डाले जाएंगे। चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा कांग्रेस के साथ जेडीएस ने पूरा जोर लगाया। इस बार चुनाव प्रचार चरम पर रहा और सियासी घमासान नए शिखर पर पहुंचा। घोषणापत्र में फ्री राशन, आरक्षण से लेकर बजरंग बली की गूंज सुनाई दी। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने बेंगलुरू में 1 मई को अपना घोषणा पत्र/विजन डॉक्यूमेंट जारी किया। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, सीएम बासवराज बोम्मई, बीएस येदियुरप्पा सहित अन्य नेताओं की मौजूदगी में जारी इस घोषणा पत्र में सभी वर्गों को लुभाने की कोशिश की गई। घोषणा पत्र में गरीब परिवारों (बीपीएल) को हर साल तीन घरेलू सिलेंडर देने का वादा किया गया है। भगवा पार्टी ने हर महीने राशन और आधा लीटर दूध देने का भी वादा किया है। पार्टी लोगों को पांच किलो चावल भी देगी। भाजपा ने वादा किया है कि सत्ता में लौटने पर वह समान नागरिक संहिता (UCC) को लागू करेगी। कर्नाटक चुनाव 2023 के लिए कांग्रेस ने 2 मई को अपना घोषणा पत्र जारी किया। अपने घोषणा पत्र में कांग्रेस ने कहा कि वह किसी भी हालत में नंदिनी दूध को खत्म नहीं होने देगी। कृषि क्रांति के तहत 1.5 करोड़ लीटर दूध के उत्पादन पर जोर दिया गया है। इसके अलावा पशु भाग्य के तहत 3 लाख तक का लोन डेयरी किसानों को दिया जाएगा। इस रकम से वे पशु खरीद सकेंगे।इसके अलावा डेयरी किसानों को 50,000 का कृषि क्रांति क्रेडिट कार्ड, गोबर की 3/किलो खरीद, महिलाओं को पशु खरीदने के लिए ब्याज मुक्त ऋण, SC का रिजर्वेशन 15% से 17% करने, ST का 3% से 7% करने अल्पसंख्यकों का रिजर्वेशन वापस लाने, लिंगायतों, वोक्कलिग्गा और दूसरे समुदायों का रिजर्वेशन बढ़ाने के वादे किए गए। साथ ही कांग्रेस ने बजरंग दल की तुलना पीएफआई से करके इस पर पाबंदी लगाने की बात कहकर विवाद खड़ा कर दिया।राहुल गांधी ने कर्नाटक में 17 रैलियां और रोड शो किए, जबकि उनकी बहन प्रियंका गांधी 19 रैलियां कर चुकी थीं। राहुल ने राज्य में बीजेपी सरकार को निशाने पर लेते हुए करप्शन का मामला उठाया। प्रियंका ने भी बीजेपी और पीएम मोदी को निशाने पर लिया। 7 मई की रैली में राहुल ने कर्नाटक में कथित भ्रष्टाचार को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए पूछा कि राज्य में 40 प्रतिशत कमीशन से डबल इंजन सरकार के प्रत्येक इंजन को कितना मिला है। गांधी ने संसद में अडानी मुद्दे को उठाने के लिए प्रधानमंत्री पर उन्हें संसद की सदस्यता से अयोग्य घोषित करने का भी आरोप लगाया। गांधी ने बेंगलुरु के पास आनेकल में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले तीन साल से कर्नाटक में भाजपा की सरकार है और प्रधानमंत्री यहां के भ्रष्टाचार से वाकिफ हैं। आप इसे डबल इंजन की सरकार कहते हैं। इस बार डबल इंजन चोरी हो गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री से सवाल किया, मोदी जी, कृपया कर्नाटक के लोगों को बताएं कि किस इंजन को 40 प्रतिशत कमीशन में से कितना मिला।
3 मई की रैली में पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस तो अब बजरंग बली को नहीं छोड़ रही है। मुदिबीरी में उन्होंने में उन्होंने आतंकवाद के मुद्दे पर भी कांग्रेस की घेरेबंदी की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आतंक के आकाओं को बचाती है, तुष्टिकरण को बढ़ाती है। तुष्टिकरण की यही नीति कांग्रेस की एक मात्र पहचान है। राजस्थान में कांग्रेस ने एक बम विस्फोट में शामिल अभियुक्तों का बचाव किया। सभी आरोपियों को क्लीन चिट मिल गई है। क्या आप कर्नाटक में कांग्रेस को सत्ता में आने देंगे, क्या आप उन्हें अपने राज्य को बर्बाद करने देंगे?पूरा देश हमारे सैनिकों का सम्मान करता है लेकिन कांग्रेस हमारे सैनिकों का अपमान करती है। आज पूरी दुनिया भारत में लोकतंत्र और विकास को सम्मान दे रही है, लेकिन कांग्रेस उलटे गियर में घूम-घूम कर देश को बदनाम कर रही है और विदेशी धरती पर देश को बदनाम कर रही है।कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में बजरंग बली की एंट्री हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक में भाजपा के चुनाव प्रचार के बीच बजरंग बली का जिक्र किया। उन्होंने कर्नाटक के मुदबिद्री में ‘बजरंगबली’ के नारों के साथ अपनी रैली का समापन किया। उन्होंने इस रैली में जनता से बजरंग बली के नारे भी लगवाए जिसे लेकर खूब सियासी हंगामा मचा।कर्नाटक चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में कांग्रेस की तरफ से पहली बार सोनिया गांधी ने रैली की। 6 मई को उन्होंने हुबली में एक जनसभा को संबोधित किया। 2019 के बाद ये उनकी पहली रैली थी। सोनिया ने बीजेपी को लोकतंत्र की परवाह न करने वाली पार्टी बताया। सोनिया ने कहा कि बीजेपी डाका डालकर सत्ता हथियाने में माहिर है और उसे लोकतंत्र की परवाह नहीं है।
सोनिया ने कहा कि बीजेपी नेता धमकी देते हैं कि अगर वो नहीं जीते तो कर्नाटक के लोगों को पीएम मोदी का आशीर्वाद नहीं मिलेगा। मैं बीजेपी को बताना चाहती हूं कि कर्नाटक के लोग किसी के आशीर्वाद पर नहीं, अपनी मेहनत पर भरोसा करते हैं। मुझे भरोसा है कि अब इस राज्य के दिन बदलने वाले हैं। भाजपा नेताओं ने कर्नाटक चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी द्वारा अपने भाषण में ‘कर्नाटक की संप्रभुता’ शब्द इस्तेमाल करने पर आपत्ति जताई है। इसको लेकर बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग को शिकायत पत्र सौंपा है और बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। कांग्रेस ने शनिवार को हुबली में एक चुनावी रैली में सोनिया गांधी के भाषण का जिक्र करते हुए एक ट्वीट में कहा था कि कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष ने ‘‘6.5 करोड़ कन्नड़ लोगों को एक कड़ा संदेश दिया।’’ पार्टी ने उनकी तस्वीर भी साझा की, जिसमें वह जनसभा को संबोधित करते दिख रही हैं। कांग्रेस ने सोनिया के बयान का जिक्र करते हुए ट्वीट किया था, कांग्रेस किसी को भी कर्नाटक की प्रतिष्ठा, संप्रभुता या अखंडता के लिए खतरा पैदा नहीं करने देगी। इसी बयान पर भाजपा का एक शिष्टमंडल केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, जितेंद्र सिंह और पार्टी नेता अनिल बलूनी के नेतृत्व में सोमवार को चुनाव आयोग से मिला और सोनिया गांधी पर कार्रवाई की मांग की।