मोबाइल के युग में देश-विदेशों में सेल्फी का क्रेज जबरदस्त चढ़कर बोलता है। गांव से लेकर शहरों तक किसी धार्मिक या पर्यटन स्थलों पर लोग सेल्फी लेते हुए दिखाई दे जाते हैं। बुधवार 9 अगस्त को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी पहली बार अपने मोबाइल फोन से अपनी सेल्फी ली। बता दें कि 9 अगस्त को भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राजधानी लखनऊ के पास में काकोरी में थे। यहां पर सीएम योगी ने “मेरी माटी मेरा देश” अभियान का शुभारंभ किया। सीएम योगी आदित्यनाथ की एक सेल्फी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जहां वह ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान के तहत देश के हर गांव, ब्लॉक, नगरनिगम और नगरपालिका स्तर पर कार्यक्रमों की घोषणा कर रहे है। इस अभियान के तहत, प्रत्येक गांव की मिट्टी के नमूने एक अमृत कलश के रूप में इकट्ठा किए जाएंगे और उन्हें दिल्ली ले जाया जाएगा। यह पहल देश के सभी स्तरों पर एकता और गर्व का प्रतीक होगी।
कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्विटर पर एक पोस्ट करते हुए लिखा- लखनऊ स्थित ‘काकोरी शहीद स्मारक’ स्थल पर आज ‘काकोरी ट्रेन एक्शन’ की वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में प्रदेशव्यापी ‘मेरी माटी, मेरा देश’ अभियान के शुभारंभ और पौधरोपण का सौभाग्य मिला। इस अवसर पर क्रांतिकारियों की गौरवगाथा को प्रकट करते शिलापट्ट (शिलाफलकम्) का उद्घाटन भी हुआ। स्वाधीनता के समर में अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले भारत माता के सभी वीर सपूतों को विनम्र श्रद्धांजलि! प्रत्येक प्रदेश वासी से मेरा आह्वान है कि अपनी माटी का वंदन व वीरों का अभिनंदन करते हुए अपनी सेल्फी merimaatimeradesh.gov.in/step पर अवश्य अपलोड करें।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमें ऐसा भारत बनाना है जिसमें किसी भी नागरिक के साथ जाति, मत और मजहब के आधार पर भेदभाव न हो । उन्होंने लोगों से संकल्पित होकर शहीद स्थलों पर सेल्फी लेने और उसे अपलोड करने करें, साथ ही प्रत्येक नागरिक अपने घर पर तिरंगा लहराएं.सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी प्रदेशवासियों से 13 से 15 अगस्त तक अपनी जगह पर खड़े होकर माटी का वंदन और वीरों का नमन करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि 14 अगस्त 1947 की तिथि भारत के विभाजन की त्रासदी का दिन था, हम भारत का फिर से विभाजन नहीं होने देंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी को अपने नागरिक कर्तव्य का निर्वाहन करना चाहिए, शिक्षक को अध्यापन, छात्रों को अध्ययन, सामाजिक कार्यकर्ता को समाज के उत्थान और प्रशासनिक कार्य में लगे लोगों को अपने दायित्वों को ईमानदारी से निभाना होगा, जो भी लोग अपने नागरिक कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं वह राष्ट्र के साथ धोखा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि काकोरी ट्रेन एक्शन में क्रांतिकारियों को जो पैसा मिला वह था 4679 रुपया था, विदेशी हुकूमत ने इन क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर फांसी पर लटकाने तक 10 लाख रुपये खर्च किया, अगर जज्बा हो, सत्संकल्प हो, लड़ने की इच्छा शक्ति हो तो बड़ी से बड़ी भौतिक ताकत को गिराया जा सकता है। बिरसा मुंडा जैसे क्रांतिकारियों को याद करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अनेक ऐतिहासिक घटनाओं के लिए आज का दिन भारत के इतिहास में स्मरण किया जाता है, भारत की आजादी में हमारे जनजातीय समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. उन्होंने कहा कि आज का भारत अपनी विरासत पर गर्व की अनुभूति करता है।