एक दिन पहले बुधवार 13 दिसंबर को शीतकालीन सत्र के दौरान संसद की नई बिल्डिंग में दो प्रदर्शनकारी सुरक्षा का सभी घेरा तोड़ते हुए सदन में कूद गए थे। इसके बाद संसद भवन में सुरक्षा पर सवालिया निशान भी लग गए हैं। इस घटना को लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच में भी कल से ही घमासान जारी है। आज शीतकालीन सत्र में गुरुवार को संसद की कार्यवाही के दौरान विपक्षी सांसदों ने सदन में लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा किया। इसके बाद 15 विपक्षी सांसदों को पूरे शीतकालीन सत्र लिए सस्पेंड कर दिया गया है । अब आपको कल 13 दिसंबर को जब यह दो प्रदर्शनकारी सदन में घुसे थे उसके बाद सांसद परिसर में जो हुआ उसके बारे में बताने जा रहे हैं ।
देश की सबसे सुरक्षित समझी जाने वाली संसद में प्रदर्शनकारियों के सुरक्षा को धता बताते हुए बेधड़क पहुंचना देश में बहुत बड़ी घटना थी। इसी को लेकर संसद परिसर में मौजूद तमाम न्यूज चैनलों में इस खबर को पहले दिखाने के लिए होड़ लग गई। चैनलों के तमाम मीडियाकर्मी एक दूसरे से आपस में भिड़ते हुए भी नजर आए। हुआ ऐसा कि बाहर महिला प्रदर्शनकारी ने जिस बोतल से धुआं फैलाया था उसी को लेकर सभी चैनलों से जुड़े संवाददाताओं आपस में ही उलझ गए।
बता दें कि संसद सत्र चल रहा था। इसके चलते संसद परिसर में बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी मौजूद थे। सुरक्षा चूक पर रिपोर्टिंग करते समय टीवी पत्रकार धुएं के गुबार के ऊपर छिप गए। हर कोई चाहता था कि वह कनस्तर हाथ में लेकर रिपोर्ट करे। इस दौरान पत्रकारों को यह कहते हुए सुना गया कि ‘मैंने बहुत दिखाया है…’। इस घटना का वीडियो वायरल हो गया है.वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि पत्रकार कनस्तर पकड़ने के लिए आपस में झगड़ रहे हैं। उन्होंने एक-दूसरे से कनस्तर छीनने की कोशिश की। इस दौरान धक्का-मुक्की भी हुई। कनस्तर पकड़े हुए पत्रकार अपने टीवी चैनल पर घटना की जानकारी दे रहा था। इस दौरान दूसरे चैनल के रिपोर्टर उनसे कनस्तर छीनने की कोशिश कर रहे थे। वह कनस्तर को बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहा था। आस-पास खड़े लोग इस पूरी घटना का मजाक उड़ाते नजर आए।
यह सब इसलिए हुआ कि इन सभी मीडिया कर्मियों पर न्यूज़ रूम का दबाव रहा होगा इस सनसनीखेज खबर को जल्द से जल्द दिखाने के लिए। खैर ! आज की पत्रकारिता बहुत ही फास्ट हो गई है। वहीं दूसरी ओर आज संसद में घुसपैठ करने वाले दो आरोपियों और उनके दो सहयोगियों को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया।
उधर सुरक्षा में चूक के चलते संसद सचिवालय ने गुरुवार को 8 सुरक्षाकर्मियों को सस्पेंड कर दिया। इनके नाम रामपाल, अरविंद, वीर दास, गणेश, अनिल, प्रदीप, विमित और नरेंद्र हैं। घटना के बाद पार्लियामेंट के अंदर और बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई। गुरुवार को संसद के अंदर जाने वालों की जूते उतरवाकर चेकिंग की गई। इस बीच मेघालय के सीएम कॉनराड संगमा को मकर द्वार से बिल्डिंग के अंदर प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। जिसके बाद संगमा अपनी कार से उतरे और शार्दुल द्वार से होते हुए संसद के अंदर गए।