पूरे उत्तर भारत में मानसून की बारिश झमाझम बरस रही है। उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर से लेकर उत्तराखंड में कई दिनों से लगातार हो रही बारिश के बाद भारी नुकसान के साथ जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चला है। गुरुवार को आगरा में भी भारी बारिश हुई। जिसकी वजह से शहर में जगह-जगह जलभराव होने की वजह से जाम की स्थिति रही। सबसे ज्यादा हिमाचल और उत्तराखंड में पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश ने आफत मचा रखी है। उत्तराखंड में चार धाम यात्री भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से कई जगह फंसे हुए हैं। गुरुवार, 29 जून को उत्तराखंड के चमोली जिले में भारी बारिश की वजह से छिनका के पास लैंडस्लाइड होने से बद्रीनाथ की तरफ जाने वाला हाईवे ब्लॉक हो गया है। भारी भूस्खलन होने की वजह से हाईवे का एक हिस्सा बह गया। चमोली जिले में छिनका के पास बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग गुरुवार को अवरुद्ध हो गया, जिससे सैकड़ों तीर्थयात्री फंस गए।
हाईवे के दोनों ओर यात्रा वाहनों की लंबी लाइन लग गई है। यहां करीब छह किलोमीटर लंबा जाम लगा है। सेना के जवान भी जाम में फंसे हैं। अधिकारियों ने पीटीआई-भाषा को बताया कि फंसे हुए तीर्थयात्रियों में बद्रीनाथ और हेमकुंड साहिब जाने वाले लोग भी शामिल हैं। एएनआई द्वारा ट्विटर पर साझा किए गए एक वीडियो में, कोई पहाड़ के एक हिस्से को टूटकर राष्ट्रीय राजमार्ग पर फिसलते हुए देख सकता है, जिससे बद्रीनाथ के लिए वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से अवरुद्ध हो गई है। भूस्खलन के कारण सड़क पर भारी ट्रैफिक जाम हो गया है और सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं।

अधिकारी ने कहा, मलबा हटाने और मार्ग पर जल्द से जल्द यातायात बहाल करने के प्रयास जारी हैं।चमोली प्रशासन ने फंसे हुए तीर्थयात्रियों को पीने का पानी और नाश्ता वितरित किया है। बुधवार रात को चमोली जिले के कई स्थानों पर लगातार भारी बारिश हुई।भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में बहुत भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
भविष्यवाणी ने किसी भी संभावित जोखिम को कम करने और बड़ी संख्या में पहाड़ी राज्य में आए पर्यटकों सहित उत्तर के लोगों की सुरक्षा को अनिश्चित बनाने के लिए अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रखा है। यह घटना हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने के कुछ दिनों बाद हुई है, जिसमें मंडी पराशर रोड पर बग्गी पुल के पास 200 से अधिक लोग फंसे हुए थे। प्रदेश में पंडोह-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर चारमील से सातमील के बीच कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ। कमांद के पास भारी भूस्खलन के कारण कटोला होते हुए मंडी-कुल्लू मार्ग भी बंद हो गया।