डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन ने आज मंगलवार को पीएम मोदी को फोन किया। इस बातचीत में दोनों नेताओं ने भारत-डेनमार्क ग्रीन स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप को मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई और व्यापार, निवेश, नवाचार, ऊर्जा, जल प्रबंधन, खाद्य प्रसंस्करण और टिकाऊ विकास जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई। पीएम मोदी ने डेनमार्क को यूरोपीय संघ परिषद की मौजूदा अध्यक्षता और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अस्थायी सदस्यता के लिए शुभकामनाएं दीं। इसके साथ ही दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की। पीएम मोदी ने यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान और जल्द शांति-स्थिरता बहाल करने के लिए भारत के निरंतर समर्थन को दोहराया।
बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री फ्रेडरिक्सन ने भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के शीघ्र निष्कर्षण के लिए डेनमार्क के मजबूत समर्थन की पुष्टि की। उन्होंने वर्ष 2026 में भारत द्वारा आयोजित किए जाने वाले एआई इम्पैक्ट समिट की सफलता के लिए भी समर्थन व्यक्त किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बातचीत की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा की। उन्होंने लिखा, “आज डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन के साथ बहुत अच्छी बातचीत हुई। हमने अपनी हरित रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने और भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते को शीघ्र पूरा करने की दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई। यूरोपीय संघ परिषद की अध्यक्षता के लिए डेनमार्क को शुभकामनाएं दीं। यूक्रेन में संघर्ष को शीघ्र समाप्त करने में हमारी साझा रुचि पर भी चर्चा हुई।”
वहीं डेनमार्क के प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी एक्स पर पोस्ट कर कहा कि प्रधानमंत्री फ्रेडरिक्सन ने प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत में दोनों देशों के संबंधों और ग्रीन स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप की मजबूती की पुष्टि की। उन्होंने वैश्विक चुनौतियों पर विचारों के आदान-प्रदान को अहम बताया और सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया। साथ ही रूस-यूक्रेन युद्ध के वैश्विक प्रभावों से निपटने पर भी ध्यान दिलाया।