उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रविवार 11 दिसंबर को राजधानी देहरादून से गुजरात की राजधानी गांधीनगर पहुंचे थे। यहां पर सीएम धामी भूपेंद्र पटेल के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। इसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गुजरात से सीधे दिल्ली पहुंचे। राजधानी दिल्ली में उत्तराखंड भाजपा नेताओं की मीटिंग में सीएम धामी शामिल हुए। इस मीटिंग के बाद मुख्यमंत्री ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान सीएम धामी ने पीएम मोदी से उत्तराखंड के कई विकास कार्यो को लेकर चर्चा की। इससे पहले सीएम धामी ने मंगलवार सुबह संसद भवन पहुंचकर 13 दिसंबर साल 2001 में संसद अटैक में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी की मुलाकात के बाद सीएम धामी ने पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि प्रधानमंत्री से उत्तराखंड की 44 जलविद्युत परियोजनाओं को फिर से शुरू करने के संबंध में चर्चा की। इसके साथ ही दोनों नेताओं के बीच प्रदेश के विकास कार्यों को लेकर भी चर्चा हुई।
सीएम धामी ने कहा कि जलविद्युत परियोजनाएं उत्तराखंड की आर्थिकी के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं । राज्य गठन के समय भी जलविद्युत परियोजनाएं केंद्र बिंदु में थीं। लेकिन बीते कुछ सालों में इस क्षेत्र में प्रगति इसलिए नहीं हो पाई कि कहीं पर उच्चतम न्यायालय का और कई मंत्रालयों के आपसी निपटारे में समन्वय ना हो पाने की वजह से यहां परेशानी आई। सीएम धामी ने कहा कि उन्होंने पीएम मोदी से अनुरोध किया है कि इन जल विद्युत परियोजनाओं को फिर से चालू के लिए जल्द से जल्द पीएमओ के स्तर पर विचार करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि इसमें भारत सरकार का जल शक्ति मंत्रालय, वन पर्यावरण मंत्रालय, ऊर्जा मंत्रालय और राज्य सरकार की सहभागिता होती है। ऐसे में इन 44 परियोजनाओं पर जैसे ही काम करने की सहमति मिलती है, जो राज्य के लिए आगे का जल विद्युत के क्षेत्र में उत्पादन होगा। इसके साथ ही ‘भारत नेट’ के दूसरे चरण पर भी बात हुई। भारत के शुरू होने से 600 गांवों को इंटरनेट सेवाएं मिल सकेंगी।