देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम ने पिछले माह 8 अक्टूबर को इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कार्यकाल के 3 साल पूरा होने पर वापस लौटने का फैसला किया है। उनका कार्यकाल अगले महीने दिसंबर की 7 तारीख को पूरा हो रहा है। आईआईटी कानपुर और आईआईएम कलकत्ता के पूर्व छात्र सुब्रमण्यम दिसंबर 2018 में सीईए के रूप में अपनी नियुक्ति से पहले इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस में प्रोफेसर थे। अब उन्होंने यह पद छोड़ दिया है। इसे देखते हुए केंद्र सरकार अब नए मुख्य आर्थिक सलाहकार की तलाश में जुटी हुई है। इस बीच महिलाओं के नाम भी देश के नए मुख्य आर्थिक सलाहकार बनने की चर्चा में है । इस रेस में अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ का नाम सामने आ रहा है। गोपीनाथ ने जनवरी-2022 में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की मुख्य अर्थशास्त्री पद छोड़ने का एलान किया है। वहीं दूसरी ओर दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स की प्रोफेसर डॉ. पमी दुआ आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की सदस्य थीं। इनकी नियुक्ति साल 2016 में केंद्र सरकार ने 4 वर्षों के लिए की थी। इसके अलावा नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च की महानिदेशक पूनम गुप्ता के नाम पर भी चर्चा चल रही है। वहीं प्रधान आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल का नाम भी सामने आ रहा है। गौरतलब है कि गीता गोपीनाथ ने पिछले दिनों कोरोना महामारी में भारत की भूमिका को सराहा था। उन्होंने कहा था कि भारत सरकार ने बेहतर तरीके से मुकाबला किया। इनकी दावेदारी मजबूत हो सकती है। हालांकि केंद्र सरकार ने अभी तक इन नामों की पुष्टि नहीं की है ।
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