हिमाचल प्रदेश में बारिश ने सोमवार से लेकर आज सुबह तक भारी तांडव मचाया है। हिमाचल में भारी बारिश से चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है। लगातार हो रही बारिश से हिमाचल में कई जिले धुंध के आगोश में है। सोमवार देर रात सोलन के जड़ों गांव में बादल फटने से 7 लोगों की मौत हो गई थी। अभी इस घटना से हिमाचल की सुखविंदर सरकार राहत बचाव कार्य में जुटी हुई थी कि आज सुबह करीब 7:30 बजे राजधानी शिमला में प्राचीन शिव मंदिर में भारी भूस्खलन होने के बाद दुखद हादसा हो गया। सावन का सोमवार होने की वजह से शिमला के समर हिल में भक्तों की भारी भीड़ थी। इस दौरान लगातार हो रही भारी बारिश के बाद भूस्खलन हो गया। इसके बाद मंदिर ढह गया। हादसे के बाद की पुकार मच गई है।
तेज बारिश होने के कारण शिवमंदिर ढह गया है। अभी तक 9 शव निकाल लिए गए हैं, जबकि 50 से ज्यादा श्रद्धालुओं के दबे होने की आशंका है। मौके पर बचाव अभियान जारी है। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
जानकारी पाकर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। सावन के सोमवार की वजह से मंदिर में कई लोग पहुंचे थे। इसके अलावा शिमला के लाल कोठी में भी भूस्खलन से कुछ लोगों के दबने की आशंका है। यह मंदिर शिमला के उपनगर बालूगंज इलाके में स्थित है। मौके पर राहत और बचाव कार्य जारी है। सावन सोमवार होने की वजह से मंदिर में सुबह से भीड़ थी। शिमला के एसपी संजीव कुमार गांधी ने जानकारी देते हुए बताया कि भूस्खलन में एक मंदिर ढह गया। इस कारण आसपास की इमारतों को भी खतरा मंडराया हुआ है। कई लोग फंसे हुए हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मौके पर लैंड स्लाइड भी हो रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ट्वीट कर कहा, ”शिमला से दुखद खबर सामने आई है, जहां भारी बारिश के कारण समर हिल में शिव मंदिर ढह गया। अब तक नौ शव निकाले जा चुके हैं। स्थानीय प्रशासन मलबे में फंसे लोगों को बचाने के लिए मलबे को हटाने के लिए तत्परता से काम कर रहा है। बता दें कि हिमाचल के मंडी जिले की बल्ह घाटी में तेज बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। ब्यास नदी उफान पर है। अधिकारियों के मुताबिक, यहां कई पर्यटक फंसे हुए हैं।
कई दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश से हिमाचल में नदियां उफान पर हैं। लगातार बारिश की वजह से राज्य में एहतियातन सभी स्कूल कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। शिमला-धर्मशाला समेत करीब 500 सड़कों पर आवाजाही भूस्खलन की वजह से बंद है। प्रशासन की ओर से लोगों से नदी-नालों और भूस्खलन वाले इलाक़ों में नहीं जाने की अपील की गई है। वहीं, हिमाचल प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थान (स्कूल, कॉलेज) 14 अगस्त को बंद रहेंगे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भारी बारिश के कारण विद्यार्थियों की सुरक्षा के मद्देनजर यह निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, “हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर त्रासदी हुई है, पिछले 48 घंटों से लगातार बारिश हो रही है। राज्य के विभिन्न हिस्सों से बादल फटने और भूस्खलन की खबरें सामने आई हैं, जिससे बहुमूल्य जान-माल का नुकसान हुआ है। मैं लोगों से आग्रह करता हूं कि वे फिसलन वाले क्षेत्रों से बचें और जल निकायों से दूर रहें।
ऐसे ही उत्तराखंड में बारिश में भारी तबाही मचाई है। सोमवार देर रात केदारनाथ में भी बादल फटने से कई श्रद्धालु टेंट में फंस गए थे। बाद में सभी को सकुशल निकाल लिया गया लेकिन एक लापता बताया जा रहा है।
- हिमाचल में कहां कहां मची तबाही
- – हिमाचल प्रदेश के सिरमौर में भी बादल फटने से दिखा तबाही का मंजर, कई मवेशी और वाहन बहे। 25 स्कूली बच्चों को किया गया रेस्क्यू.
- – हिमाचल प्रदेश की मंडी में भी भूस्खलन. दो गांवों में लोगों को किया गया विस्थापित. हिमाचल के बिलासपुर में भी भूस्खलन.
- – भारी बारिश से बिलासपुर में भाखड़ा डैम के खतरे के निशान को पार करने का बढ़ा खतरा।
- – भारी बारिश में भूस्खलन के कारण कुल्ली मनाली जाने वाले रास्ते बंद हैं। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाइवे से पंडोह के बीच कई जगहों पर भी रास्ते बंद हैं.
- – सड़क पर लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण शिमला और चंडीगढ़ को जोड़ने वाले शिमला-कालका राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन के चलते कोटी के पास चक्की मोड़ पर सड़क के दोनों ओर बड़ी संख्या में भारी वाहन फंसे हुए हैं. इसके अलावा मंडी जिले के कई स्थानों से घरों और कृषि भूमि को नुकसान की खबरें भी आ रही हैं.
- – DGP संजय कुंडू ने टूरिस्ट और स्थानीय लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है. साथ ही नदी-नालों और लैंडस्लाइड संभावित इलाकों में नहीं जाने की सलाह दी है.
वहीं देहरादून के पास मालदेवता में लगातार बारिश के बीच देहरादून डिफेंस कॉलेज बिल्डिंग पूरी तरह ढह गई है। वहीं मंदाकिनी नदी में बाढ़ की वजह से चमोली जिले में बांसबाड़ा गांव के पास रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे बंद हो गया। इसकी वजह से बद्रीनाथ नेशनल हाईवे पर आवाजाही बंद हो गई है। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, अगले 24 घंटे में हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड समेत 11 राज्यों में भारी बारिश हो सकती है।