इस साल के आखिरी में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने तैयारी तेज कर दी है। शनिवार को गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पिछले काफी समय से तापी-पार नदी लिंक परियोजना को रद कर दिया है। इस परियोजना का राज्य के आदिवासी समुदाय के लोग काफी समय से विरोध कर रहे थे। गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने आदिवासी समुदाय की भावनाओं के सम्मान में यह प्रोजेक्ट रद करने का एलान किया। गुजरात में आदिवासी समुदाय के मतदाता अच्छी संख्या में हैं, जो अभी भी बड़ी संख्या में कांग्रेस को वोट देते रहे हैं। ऐसे में चुनावी साल में बीजेपी की स्टेट लीडरशिप भी आदिवासियों के इस विरोध-प्रदर्शन से सहज महसूस नहीं कर रही थी। भाजपा आदिवासी समुदाय के अलगाव से बचना चाहती है। लिहाजा, गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष सीआर पाटिल राज्य के अन्य आदिवासी भाजपा नेताओं के साथ मार्च महीने में ही दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और जल संसाधन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात कर परियोजना पर रोक लगाने की अपील की थी। आज मुख्यमंत्री पटेल ने इस परियोजना को रद कर दिया है।