देश के कई राज्यों में मानसून के दस्तक देते ही भारी बारिश ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कई राज्यों में भारी बारिश के कारण आई आपदा ने तबाही मचाई है। इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को गुजरात, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों से बात की। आईएमडी ने अगले 24 घटों के दौरान महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की है। इसके अतिरिक्त उत्तर भारत में बादलों की आवाजाही शुरू है। बिहार से लेकर यूपी, दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा-पंजाब और राजस्थान के कुछ हिस्सों में अगले 2 से 3 दिन लगातार आंधी-तूफान के साथ मध्यम से भारी बारिश का अनुमान है। यही हालात केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में बने रहने की संभावना है। वहीं, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बादल फटने का अलर्ट जारी है, जिससे पहाड़ों के दरकने का खतरा बना हुआ है। वहीं हिमाचल प्रदेश में बाढ़ और भूस्खलन से भारी तबाही हुई है जिसमें 69 लोगों की जान जा चुकी है। मुख्यमंत्री सुक्खू राहत और बचाव कार्यों पर कड़ी नजर रख रहे हैं। सरकार ने आपदा से विस्थापित परिवारों को हर महीने 5 हजार रुपये और राशन देने की घोषणा की है। प्रभावित परिवारों को भोजन की आपूर्ति भी सुनिश्चित की जाएगी। सरकार युद्धस्तर पर राहत कार्य कर रही है।

हिमाचल प्रदेश में बादल फटने का अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में मानसूनी बारिश और बादल फटने से तबाही मची हुई है। अचानक एक साथ अत्यधिक पानी गिरने से बाढ़ और पहाड़ों के दरकने यानी भूस्खलन के कारण बड़ी जनहानि हुई है। कई लोगों की मौत और कई लोगों के लापता होने की खबर है। मौसम विभाग ने मंडी, चंपा, शिमला, सिरमौर, मनाली, कुल्लू समेत राज्य के कई हिस्सों में शनिवार से लेकर मंगलवार तक भारी से भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इस दौरान बादल फटने, आकाशीय बिजली गिरने, लैंडस्लाइड और अचानक बाढ़ आने का अलर्ट है, लिहाजा खराब मौसम के दौरान लोगों को सतर्क रहना होगा। वहीं उत्तराखंड में भारी बारिश से लैंडस्लाइड का खतरा बना हुआ है। बारिश के कारण झील में पानी का स्तर बढ़ गया है। राज्य में बारिश के कारण सड़कें बंद कर दी गई हैं और चारधाम यात्रा भी बाधित हो रही है। सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच पहाड़ों से मलबा गिरने से कई हाईवे पर यातायात प्रभावित है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिन तक बादलों के छाए रहने, गरज-चमक के साथ भारी बारिश का अलर्ट है।
हिमाचल प्रदेश के इन जिलों के लिए अलर्ट
माैसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार राज्य के कई भागों में 4, 9 व 10 जुलाई को भारी बारिश का येलो अलर्ट है। जबकि 5, 7 व 8 जुलाई के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं बीते 24 घंटों के दाैरान अगाहर में 71.4, घाघस 38.6, सराहन 36.5, शिमला 36.4, नगरोटा सूरियां 31.4, कंडाघाट 31.0, नेरी 29.5, करसोग 27.4, मुरारी देवी 24.4, कांगड़ा 22.7 व पालमपुर में 21.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
5 जुलाई: कांगड़ा, मंडी जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश, चंबा, सिरमौर, शिमला और कुल्लू में भारी वर्षा होने की संभावना है।(ऑरेंज अलर्ट)
6 जुलाई: कांगड़ा, सिरमौर में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी से लेकर अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है।(रेड अलर्ट)
7 जुलाई: ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, मंडी, सिरमौर, सोलन, शिमला और कुल्लू जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट
8 जुलाई: ऊना, बिलासपुर, मंडी, शिमला और सिरमौर, हमीरपुर, कांगड़ा, चंबा, सोलन और कुल्लू जिलों में भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट

गृहमंत्री अमित शाह ने हिमाचल, उत्तराखंड, राजस्थान, गुजरात और छत्तीसगढ़ को मदद कर दिया आश्वासन
अमित शाह ने उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को एक्स पर लिखा कि देश के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश के मद्देनजर गुजरात, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों से बात की। उन्होंने आगे बताया कि जरूरतमंद लोगों के लिए इन राज्यों में एनडीआरएफ की पर्याप्त टीमें तैनात की गई हैं और जरूरत पड़ने पर और टीमें भेजी जा सकती हैं। केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया है। हिमाचल प्रदेश का मंडी जिला, खास तौर पर बादल फटने और अचानक आई बाढ़ के कारण बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मंडी के दो नगरपालिका क्षेत्रों करसोग और धरमपुर में भारी बारिश के कारण भारी नुकसान हुआ है।