आज लखनऊ विधानसभा के अंदर पक्ष और विपक्ष में कई तस्वीरें सुखद एहसास कर आ गई। सुबह जब विधानसभा सदन में नवनिर्वाचित सदस्य विधायक पद की शपथ ले रहे तो उसी दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की गर्मजोशी भरी मुलाकात भी चर्चा में रही। उसके बाद विधानसभा अध्यक्ष के चयन को लेकर भी विपक्ष समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार के फैसले का समर्थन किया। बता दें कि योगी सरकार के पहले कार्यकाल में पूर्व कैबिनेट मंत्री सतीश महाना ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। सतीश महाना के नामांकन में भी अखिलेश ने समर्थन करते हुए सपा की ओर से अपना कोई प्रत्याशी नहीं खड़ा किया। अब विधायक महाना का विधानसभा अध्यक्ष निर्विरोध चुना जाना तय है। पूर्व कैबिनेट मंत्री सतीश महाना पंडित ह्रदय नारायण दीक्षित की जगह लेंगे। बता दें कि कानपुर के महाराजपुर से लगातार आठवीं बार विधायक चुने गए विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता 62 वर्षीय सतीश महाना का निर्विरोध निर्वाचित होना तय है। विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र जमा करने की समय सीमा सोमवार दोपहर दो बजे समाप्त हो गई। प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया और उनकी पार्टी लोकतांत्रिक जनसत्ता दल ने भी सतीश महाना का समर्थन किया है।