उत्तर प्रदेश में 27 सीटों के लिए हुए विधान परिषद के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 24 सीटों पर कब्जा जमाया। वहीं 2 सीटों पर निर्दलीय और 1 सीटों का राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के उम्मीदवार ने जीत हासिल की। यूपी में 36 सीटों पर एमएलसी चुनाव होने थे लेकिन भाजपा के 9 उम्मीदवार मतदान से पहले ही निर्विरोध चुन लिए गए। 9 अप्रैल को 27 सीटों पर विधान परिषद के चुनाव हुए थे। जिसके नतीजे आज मंगलवार को घोषित किए गए। सबसे अधिक विपक्ष समाजवादी पार्टी का इन चुनावों में खाता भी नहीं खुल सका। वहीं बसपा और कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार ही नहीं खड़े किए । फिलहाल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विधान परिषद के चुनाव में मिली जीत के बाद गदगद हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुनाव में धांधली को लेकर भाजपा पर आरोप लगाए हैं। अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने पहले ही बीजेपी की साजिशों के बारे में मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर सचेत कर दिया था कि बीजेपी एमएलसी चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि दूसरों को जातिवादी बताने वाली बीजेपी की ये सच्चाई है कि विधान परिषद की 36 सीट में से कुल 18 पर मुख्यमंत्री जी के स्वजातीय लोग जीते हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि एससी-एसटी और ओबीसी को दरकिनार कर ये कैसा ‘सबका साथ, सबका विकास’ है। उन्होंने कहा सामाजिक न्याय को लोकतंत्र के जरिए मजबूत करने की लड़ाई समाजवादी लड़ते रहेंगे।