शुक्रवार देर रात करीब 3 बजे माता वैष्णो देवी दरबार में हुई भगदड़ के बाद 13 लोगों की मौत हो गई है। और कई लोग घायल हैं। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद वैष्णो देवी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। सबसे बड़ा प्रश्न यह है कोरोना संकटकाल में वैष्णो देवी माता परिसर में आखिरकार इतनी भीड़ कैसे जमा हो गई। हादसे को लेकर अब पुलिस प्रशासन पर कई गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। सुरक्षा के इंतजाम क्यों नहीं थे? अब घटना के बाद प्रशासन मुस्तैद हुआ और फिर कुछ घंटों बाद भीड़ को काबू किया गया। हादसे के बाद जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जांच कमेटी बिठा दी है। वहीं दूसरी ओर जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि श्रद्धालुओं के बीच किसी बात पर विवाद हो गया था। उनमें धक्का-मुक्की हो गई इससे भगदड़ मच गई। मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे। एक श्रद्धालु ने बताया कि भारी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए थे। निकलने के लिए कोई रास्ता ही नहीं था। यह भी बताया कि नए साल के मौके पर श्रद्धालु 12 बजे के बाद माता वैष्णो देवी के दर्शन करना चाहते थे। इस वजह से भवन के पास बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और नीचे से आने वाले लोग भी वहीं रुक गए।