गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के बाद आज सुबह 7:00 बजे बाबा केदारनाथ धाम के कपाट पूरी विधि विधान के साथ खोल दिए गए हैं। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के समय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पत्नी के साथ मौजूद रहे। सीएम धामी ने मंदिर में पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर की। उसके बाद परिवार समेत बाबा से आशीर्वाद लिया। खराब मौसम के बावजूद हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने केदार बाबा के जयकारे लगाएं।


केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद भक्त 6 महीने तक दर्शन कर सकेंगे। चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल (अक्षय तृतीया) को खुल गए हैं। केदारनाथ मंदिर को गुजरात और ऋषिकेश के फूल विक्रेताओं ने 108 कुंतल फूलों से भव्य तरीके से सजाया है।
मंदिर परिसर में जयकारों की गूंज और ढोल-नगाड़ों की मधुर ध्वनि से वातावरण भक्तिमय हो गया। हजारों की संख्या में भक्त भी कपाट खुलने के अवसर पर मौजूद रहे। हिमालय स्थित भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने को लेकर केदारघाटी के साथ ही सम्पूर्ण देश-विदेश के भक्तों में उत्साह है। कपाट खुलने से पूर्व बाबा केदारनाथ की पवित्र डोली निकाली जाती है। 27 अप्रैल को ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में भैरवनाथ जी की पूजा के साथ इस यात्रा का शुभारंभ हुआ। इसके बाद बाबा केदार की डोली ने केदारनाथ धाम के लिए प्रस्थान किया। बाबा केदार की डोली को 28 अप्रैल को गुप्तकाशी पहुंची। 29 अप्रैल को फाटा और 30 अप्रैल को डोली गौरीकुंड पहुंच गई थी। 1 मई को बाबा केदार की डोली केदारनाथ पहुंची। धाम पहुंचने के बाद डोली को मंदिर समिति के भंडार गृह में विराजमान किया गया. बदरी-केदार मंदिर समिति की ओर से कपाट खोलने की सभी तैयारियां कर ली गई है। चारधाम यात्रा के लिए अब तक 23 लाख श्रद्धालुओं ने रजिस्ट्रेशन करवाए हैं। इसमें भी सबसे ज्यादा 7.30 लाख श्रद्धालु केदारनाथ जाने वाले हैं। पिछले साल कुल 19.50 लाख ने बाबा केदार के दर्शन किए थे। उत्तराखंड चार धामों में से एक बद्रीनाथ के कपाट 4 मई को खुलेंगे।