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मोदी सरनेम को लेकर की गई टिप्पणी के बाद गुरुवार को गुजरात की सूरत कोर्ट ने राहुल गांधी को 2 साल की सजा सुनाई थी। शुक्रवार को लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी की लोकसभा की सदस्यता रद कर दी। जिसके बाद राहुल गांधी के जवाब का इंतजार किया जा रहा था। आखिरकार आज राहुल गांधी प्रियंका गांधी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश दिल्ली में कांग्रेस ऑफिस पहुंचे। यहां पर राहुल गांधी ने मीडिया से बात की। बातचीत के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी केंद्र सरकार पर जमकर बरसे। मीडिया कर्मियों का एक-एक करके राहुल गांधी ने जवाब दिया। राहुल गांधी ने कहा, देश में लोकतंत्र को खत्म करने के रोज नए-नए उदाहरण मिल रहे हैं। मैंने संसद में स्पीकर को सबूत देकर पूछा, अडानी के पास 20 हजार करोड़ रुपये कहां से आए और बस इसी बात पर इन्होंने मेरी संसद सदस्यता रद्द करवा दी। राहुल गांधी ने पूछा अडानी के पास 20 हजार करोड़ रुपये कहां से आए और प्रधानमंत्री के साथ उनका क्या रिश्ता है? राहुल ने दावा किया, अडानी को ये पैसे एक चीनी व्यापारी ने दिए हैं। अडानी के पास राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े कई अहम प्रोजेक्ट हैं, इसलिए मुझे देश की सुरक्षा को लेकर भय है। राहुल ने आरोप लगाया, स्पीकर ने उनकी बात नहीं सुनी।
उन्होंने कहा मैंने स्पीकर को चिट्ठी लिख कर बताया कि अडानी को एयरपोर्ट नियम बदल कर दिए गये हैं। लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। मैंने उनको बदले हुए नियमों की एक कॉपी भी भेजी। राहुल ने कहा, मैंने लंदन में जाकर ऐसी कोई भी बात नहीं की जिससे देश की छवि को नुकसान पहुंचता है। मैंने विदेशी ताकतों से किसी भी तरह की मदद नहीं मांगी। बावजूद इसके केंद्रीय मंत्रियों ने सदन में मुझको लेकर झूठ बोला ताकि अडानी के मुद्दे से ध्यान भटकाया जा सके। लंदन से लौटने के बाद मैंने स्पीकर चिट्ठी लिखकर कहा, मुझे मेरे ऊपर लगे आरोपों का जवाब संसद में देने के लिए अनुमति दी जाए। लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। मैंने स्पीकर से पूछा मुझे संसद में क्यों नहीं बोलने दे रहे हैं, तो वह मुस्कुराए और कहा, मैं यह नहीं करने दे सकता,आइए चाय पीते हैं। राहुल गांधी ने कहा, मैं अडानी पर सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा। मैं सरकार से नहीं डरेंगे. मैं इन आरोपों, अदालतों और सजाओं से नहीं डरता, वो जो चाहें कर लें लेकिन मेरा उनसे सवाल पूछना जारी रहेगा। आज के हिंदुस्तान में राजनीतिक पार्टियों को प्रेस से जो सपोर्ट मिलती थी वह अब नहीं मिलती है, लेकिन हम प्रेस के बिना भी जनता के बीच में जाएंगे। मेरी पोजीशन साफ है. यह ओबीसी के अपमान से जुड़ा मामला नहीं है, हम लगातार अडानी और मोदी के रिश्ते के बीच सवाल पूछते रहेंगे।
मुझे इस देश ने सब कुछ दिया है। उन्होंने मुझको इज्जत, प्यार और सम्मान दिया है इसलिए मैं अंत तक सिर्फ उनके ही हित की बात करुंगा। मैं देश को धोखा नहीं दे सकता हूं। मैं मेरी लोकसभा क्षेत्र वायनाड के लोगों को पत्र लिखूंगा। वह मेरे परिवार जैसे हैं। राहुल गांधी ने कहा, प्रधानमंत्री मुझसे डरते हैं, मैंने उनकी आंखों में मेरा डर देखा है। वह नहीं चाहते हैं कि मेरा अडानी के ऊपर अगला भाषण संसद में हो इसलिए उन्होंने पहले ध्यान भटकाया और फिर मुझे डिसक्वालीफाई कर दिया। एक सवाल के जवाब में राहुल ने कहा, क्या मैं आपको घबराया हुआ लगता हूं। मुझे मजा आ रहा है। इन लोगों ने मुझे सबसे बड़ा गिफ्ट दिया है। मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है, और गांधी किसी से माफी नहीं मांगता है। मुझे डिसक्वालीफाई करने के बाद उन्होंने मुझे संकेत दे दिया है, लोकतंत्र खत्म हो चुका है।