भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक और भारत रत्न से सम्मानित अटल बिहारी वाजपेयी 23 साल पहले आज ही के दिन 13 अक्टूबर साल 1999 में तीसरी बार प्रधानमंत्री चुने गए थे। यह प्रधानमंत्री के तौर पर उनका पहला कार्यकाल था, जिसे उन्होंने पूरा किया। 1996 के लोकसभा चुनाव में भाजपा देश की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और वाजपेयी पहली बार प्रधानमंत्री बने थे। हालांकि, उनकी सरकार 13 दिनों में ही संसद में पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर पाने के चलते गिर गई। 1998 में दोबारा लोकसभा चुनाव हुए। इनमें पार्टी को ज्यादा सीटें मिलीं और कुछ अन्य पार्टियों के सहयोग से वाजपेयी जी ने NDA का गठन किया और वे फिर प्रधानमंत्री बने। यह सरकार 13 महीनों तक चली, लेकिन बीच में ही जयललिता की पार्टी ने सरकार का साथ छोड़ दिया, जिसके चलते सरकार गिर गई। 1999 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा फिर से सत्ता में आई और इस बार वाजपेयी ने अपना कार्यकाल पूरा किया। लेकिन साल 2004 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा केंद्र की सत्ता में नहीं आ सकी। जिससे अटल जी को बहुत बड़ा सदमा पहुंचा। उसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी धीरे-धीरे सक्रिय राजनीति से दूर होते चले गए। 16 अगस्त साल 2018 में अटल जी का निधन हो गया।