उत्तर प्रदेश में 3 दिनों से राशन कार्ड सरेंडर करने को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। विपक्षी दलों ने योगी सरकार पर हमला भी बोला । इसके साथ प्रदेश की जनता में भी राशन कार्ड के सरेंडर करने को लेकर अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। आखिरकार रविवार शाम को योगी सरकार ने इस पूरे मामले को गलत बताया है। राज्य के खाद्य आयुक्त सौरव बाबू ने स्पष्ट किया है कि कोई भी राशन कार्ड सरेंडर या निरस्तीकरण के संबंध में कोई नया आदेश जारी नहीं किया गया है। इसके साथ आयुक्त ने कहा कि प्रदेश में कुछ दिनों से चल रही यह खबर पूरी तरह से आधारहीन है। उन्होंने कहा कि राशन कार्ड सत्यापन एक सामान्य प्रक्रिया है। इसमें आठ साल पुराने नियम लागू हैं। वर्तमान में उन नियमों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। प्रदेश में जितने भी राशन कार्ड के पात्र हैं, उनमें से किसी का भी राशन कार्ड रद नहीं होगा और न ही उन्हें सरेंडर करना होगा। उन सभी पात्रों को राशन मिलता रहेगा।