इस समय देश में मानसून की बारिश का कहर चल रहा है। पहाड़ी राज्यों में बारिश आफत बन गई है। देश के लगभग सभी राज्यों में बारिश जमकर बरस रही है। पहाड़ों पर सबसे बुरा हाल है। बादल फटने, भूस्खलन और चट्टानें गिरने से कई सड़कें बंद हैं। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में मैदान से लेकर पहाड़ तक बारिश का कहर जारी है। कश्मीर में मौसम खराब होने के चलते अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है। ये यात्रा बालटाल और पहलगाम के रास्ते रोकी गई। खराब मौसम होने के कारण किसी भी तीर्थ यात्री को पवित्र गुफा की तरफ जाने की अनुमति नहीं दी गई है। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक मौसम के साफ होने पर ही श्रद्धालुओं को आगे की तीर्थ यात्रा की अनुमति दी जाएगी। सैकड़ों श्रद्धालु फंस गए हैं। वहीं उत्तराखंड के चमोली में पहाड़ों से पत्थर गिरने के चलते बद्रीनाथ हाईवे भी बंद है। 10 दिनों में यह हाईवे चौथी बार बंद हुआ है। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में शुक्रवार को बादल फटने से पुल बह गया। यहां चल गांव में 200 लोग फंस गए हैं। रेस्क्यू करने जा रही एसडीआरएफ की टीम भी फंस गई है। हिमाचल में कालका-सोलन हाईवे पर अचानक पहाड़ों से पत्थर गिरने शुरू हो गए। एक कार पत्थरों की चपेट में आने से बाल-बाल बचीं। गुरुवार को देश भर में खराब मौसम से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में 20 लोगों की मौत हो गई। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में ही बिजली गिरने से 13 लोगों की जान चली गई।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में बिहार और तेलंगाना को छोड़कर देश के सभी राज्यों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में शुक्रवार सुबह से ही काले घने बादल छाए हुए थे दोपहर करीब 11 बजे तेज गरज के साथ बारिश शुरू हो गई । उत्तराखंड के 4 जिलों में 10 जुलाई तक बारिश का रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसके अलावा बागेश्वर, टिहरी, देहरादून और पिथौरागढ़ में भी अलर्ट जारी है। बागेश्वर में मूसलाधार बारिश से कई सड़क मलबे के कारण बंद कर दी गई हैं, जिससे 35 गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है। यहां 6 जुलाई से 10 जुलाई तक ऑरेन्ज अलर्ट जारी है। इसके साथ ही यहां आंगनबाड़ी केंद्रों सहित कक्षा 1 से 12 तक सभी स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं। बागेश्वर में तूफानी बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। उत्तराखंड के चमोली में पहाड़ों से पत्थर गिरने के चलते बद्रीनाथ हाईवे भी बंद है। पिछले 10 दिनों में यह हाईवे चौथी बार बंद हुआ है। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में शुक्रवार को बादल फटने से पुल बह गया। यहां चल गांव में 200 लोग फंस गए हैं। रेस्क्यू करने जा रही एसडीआरएफ की टीम भी फंस गई है। वहीं भारी बारिश के बाद दिल्ली समेत अन्य राज्यों में लोगों को जलभराव की समस्या से जूझना पड़ा।





मूसलाधार बारिश के बाद यूपी की कई नदियों में बढ़ने लगा जलस्तर–
उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में भी बारिश मुसीबत बन गई है। लखीमपुर खीरी में शारदा नदी में पूरा घर समा गया जिसका वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। वहीं, संभल में भी बारिश के चलते दुकानों और घरों के अंदर पानी घुस गया और सड़क पर कई फीट पानी भर गया। यूपी के गौंडा में भीषण बारिश का इतना तांडव देखने को मिला कि नदी के कटाव से तीन घर बह गए। बता दें कि गोंडा में घाघरा और सरयू नदियों में पानी लगातार बढ़ रहा है। बाढ़ की आशंका के चलते प्रशासन अलर्ट पर है। वहीं कुछ समय पहले सूखे की मार झेल रहे बिहार पर भी बाढ़ जैसी स्थिति आ गई है। दरभंगा के पोखराम गांव में नदी पर बना डायवर्जन बारिश में बह गया, जिससे आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया। यहां भारी बारिश के कारण बेंता थाने में भी पानी भर गया और भागलपुर में गंगा का जलस्तर बढ़ने से गांव में फिर से कटाव शुरू हो गया, इसने लोगों की दिक्कतों को और बढ़ा दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक, शुक्रवार को कोंकण, गोवा, महाराष्ट्र, पूर्वी राजस्थान और पश्चिम मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा अन्य राज्यों की बात की जाए तो असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, ओडिशा, झारखंड, पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिम राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भी भारी बारिश हो सकती है। आईएमडी के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान, केरल, तटीय कर्नाटक, गुजरात के साथ-साथ उत्तर पूर्व भारत, गंगीय पश्चिम बंगाल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, पश्चिम राजस्थान और जम्मू कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और कर्नाटक में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश के बाद आंधी और बिजली गिर सकती है।