देश की राजधानी दिल्ली की ओर आज पूरे देश भर की निगाहें लगी हुई थी। मौका था नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद की नई बिल्डिंग का उद्घाटन कर देश को समर्पित किया। दिल्ली के जंतर मंतर पर भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर 34 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने नए संसद भवन की ओर बढ़ने का प्रयास किया तब पुलिस ने भी बल प्रयोग किया। पहलवानों पर धरना प्रदर्शन और संसद भवन में घेराव को लेकर पुलिस पहले से ही चौकन्ना थी। पुलिस के समझाने के बावजूद जब यह प्रदर्शनकारी पहलवान नहीं माने तब स्थित बिगड़ गई। दिल्ली के जंतर-मंतर से नई संसद की ओर महापंचायत करने जा रहे पहलवानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पुलिस से संसद भवन जाने के लिए रोके जाने पर दोनों के बीच बहस हो गई थी। जिसके बाद पुलिस पहलवानों को घसीटते हुए अपने साथ ले गई।
पहलवान अपने तय कार्यक्रम के अनुसार, संसद भवन की ओर प्रदर्शन करने के लिए निकले थे। जिन्हें रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेड लगाए थे, जिसे हटाकर पहलवान आगे बढ़ रहे थे। पहलवानों ने दिल्ली में बृजभूषण शरण सिंह के विरोध में ‘महिला सम्मान महापंचायत’ का आह्वान किया था। अब पहलवानों को हिरासत में लेने के बाद साथ ही पुलिस ने जंतर-मंतर से तंबू भी उखाड़ दिए। पहलवानों ने दिल्ली में बृजभूषण शरण सिंह के विरोध में ‘महिला सम्मान महापंचायत’ का आह्वान किया था। अब पहलवानों को हिरासत में लेने के बाद साथ ही पुलिस ने जंतर-मंतर से तंबू भी उखाड़ दिए।
दिल्ली में संसद भवन के उद्घाटन की वजह से पहले ही दिल्ली में काफी कड़ी सुरक्षा रखी गई। साथ ही महापंचायत की भी अनुमति भी नहीं दी गई है। दरअसल, 34 दिन से जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवान रविवार को नई संसद के सामने महिला महापंचायत में शामिल होने जा रहे थे। लेकिन, दिल्ली पुलिस ने इस महापंचायत की अनुमति नहीं दी थी। पहलवानों ने इसके बावजूद महापंचायत का आयोजन किया और संसद की तरफ जाने लगे। तभी पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बल का प्रयोग किया।

पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा- क्या यह लोकतंत्र है, हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं और हमारे साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है। हमें गोली मार दो। पूनिया ने कहा कि साक्षी मलिक को भी हिरासत में ले लिया गया है। महापंचायत में हरियाणा, यूपी और पंजाब समेत कई राज्यों के किसान शामिल होंगे। इसके चलते दिल्ली पुलिस ने सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर दी है।
दिल्ली में केंद्रीय सचिवालय और उद्योग भवन मेट्रो स्टेशनों के सभी एंट्री और एग्जिट गेट बंद कर दिए गए हैं। सिंघु बॉर्डर पर एक स्कूल में अस्थाई जेल बना दी गई है। हरियाणा पुलिस ने रविवार सुबह हिसार, सोनीपत, पानीपत, रोहतक, जींद और अंबाला में खाप प्रतिनिधियों और किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया। हरियाणा में सभी टोल प्लाजा पर पुलिस तैनात कर दी गई है। महापंचायत की ओर जाने वालों को हिरासत में लिया जा रहा है।

यह महापंचायत भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर होनी थी। बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए पहलवान विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक की अगुआई में जंतर-मंतर पर 23 अप्रैल से धरना चल रहा है। महिला महापंचायत में हरियाणा के अलावा यूपी, राजस्थान, उत्तराखंड, पंजाब और दिल्ली की खापों के लोग और किसानों शामिल होने वाले थे। अभी फिलहाल दिल्ली में पहलवान धरना प्रदर्शन पर ही बैठे हुए हैं। वहीं दूसरी ओर दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर से नए संसद भवन की ओर मार्च कर रहे पहलवानों को हिरासत में ले लिया. दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर से पहलवानों का तंबू भी हटा दिया है।

इसे लेकर कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘राज्याभिषेक पूरा हुआ – ‘अहंकारी राजा’ सड़कों पर कुचल रहा जनता की आवाज़!’ पहलवानों के समर्थन में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘खिलाड़ियों की छाती पर लगे मेडल हमारे देश की शान होते हैं। उन मेडलों से, खिलाड़ियों की मेहनत से देश का मान बढ़ता है। भाजपा सरकार का अहंकार इतना बढ़ गया है कि सरकार हमारी महिला खिलाड़ियों की आवाजों को निर्ममता के साथ बूटों तले रौंद रही है। ये एकदम गलत है, पूरा देश सरकार के अहंकार और इस अन्याय को देख रहा है।