उत्तरकाशी जिले के हर्षिल क्षेत्र में आज मंगलवार पौने दो बजे धराली गांव के पास बादल फटने से भारी तबाही मच गई। अचानक तेज बहाव के साथ पानी और मलबा गांव में घुस आया, जिससे कई घर क्षतिग्रस्त हो गए। उत्तरकाशी के गंगोत्री धाम का प्रमुख पड़ाव धराली खीर गंगा नदी में बादल फटने से आए सैलाब से तबाह हो गया, दोपहर करीब डेढ़ बजे अचानक आए सैलाब के चलते चारों और पसरा मलबा ही मलबा फैल गया। इस घटना में करीब 15 से 20 होटल व घरों को नुकसान पहुंचा है। जिला प्रशासन के अनुसार आपदा में चार लोगों के मौत की हो चुकी है। 50 से अधिक लोग लापता हैं ।
सूचना मिलते ही हर्षिल में तैनात सेना की यूनिट हरकत में आ गई और मात्र पंद्रह मिनट में राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। सेना के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही सेना ने तत्काल प्रतिक्रिया दी। करीब 100 जवानों की टीम मौके पर भेजी गई, जिसने पंद्रह मिनट के भीतर राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिए। कठिन परिस्थितियों के बावजूद सेना अब तक करीब 20 लोगों को सुरक्षित निकाल चुकी है। घटना स्थल पर आइबेक्स ब्रिगेड (माउंटेन ब्रिगेड) के वरिष्ठ अधिकारी स्वयं राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। ब्रिगेड के चिकित्सक घायलों को मौके पर ही प्राथमिक उपचार प्रदान कर रहे हैं। सेना ने इंजीनियरिंग उपकरणों को भी जल्द से जल्द घटनास्थल तक पहुंचाने के प्रयास तेज कर दिए हैं, जिससे मलबा हटाने और राहत कार्यों में तेजी लाई जा सके।लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीवास्तव ने कहा कि सेना का उद्देश्य है कि लापता सभी लोगों को जल्द खोजा जाए और नुकसान को न्यूनतम किया जाए।



धामी सरकार ने केंद्र सरकार से मदद के लिए दो हेलीकॉप्टर मांगे
सीएम धामी आपदा कंट्रोल रूम पहुंच गए हैं और अधिकारियों से जायजा ले रहे हैं। सीएम धामी आंध्र प्रदेश से वापस देहरादून आ गए हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम धामी से फोन पर बात की है। धामी सरकार ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिया है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में राज्य आपदा परिचालन केंद्र में अधिकारियों के साथ बैठक की और उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना के बाद स्थिति का जायजा लिया। उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में आई आपदा के दृष्टिगत जिला प्रशासन उत्तरकाशी द्वारा निम्न हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। 01374-222126, 222722 हैं।
आपदा की सूचना पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, पुलिस, राजस्व, आपदा प्रबंधन आदि की टीमों ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है। धराली के ठीक सामने स्थिति मुखबा गांव से लोगों से खीर गंगा नदी में आए सैलाब मोबाइल में कैद किया, कुछ ही देर में जलप्रलय के वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से प्रसारित होने लगे। सैलाब की दिल दहलाने वाले कई वीडियो सामने आए हैं। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कुछ ही पलों में पूरा इलाका मलबे से ढक गया।