पिछले महीने 18 जुलाई से संसद का मॉनसून सत्र चल रहा है। कांग्रेस समेत समूचा विपक्ष केंद्र सरकार को महंगाई के मुद्दे पर सदन की कार्यवाही के दौरान घेरने में जुटा हुआ है। आए दिन कोई न कोई सदन से ऐसी तस्वीर आए आती है जो सुर्खियों में बन जाती है। सोमवार को संसद की कार्यवाही के दौरान पक्ष और विपक्ष के बीच महंगाई के मुद्दे पर खूब शब्दों की बौछार हुई। कार्रवाई के दौरान ही पश्चिम बंगाल तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद काकोली घोष सदन में कार्यवाही के दौरान ही कच्चा बैंगन चबाने लगीं। वह अपने घर से ही बैंगन साथ लेकर आई थीं। टीएमसी सांसद काकोली घोष जब बैंगन चबा रहीं थीं उस दौरान पीछे बैठी महिला सांसदों की भी हंसी नहीं थमी । बैगन चलाते हुए काकोली घोष कहने लगीं कि गैस सिलेंडर इतना महंगा हो गया है कि सब्जियां कच्ची ही खाने की नौबत आ रही है। पिछले कुछ महीनों में सिलेंडर की कीमतें चार बार बढ़ाई गई हैं। 600 रुपए का सिलेंडर 1100 का हो गया। इसके रेट कम किए जाने चाहिए। टीएमसी महिला सांसद काकोली घोष के महंगाई के मुद्दे पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी केंद्र सरकार का पक्ष रखा।
सरकार की तरफ से जवाब देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि रूस-यूक्रेन संकट, चीन में लॉकडाउन और कोरोना की वजह से अंतरराष्ट्रीय कारोबार पर असर पड़ा है। हम महंगाई को 7% से नीचे रखने की कोशिश कर रहे हैं। भारत की इकोनॉमी बेहतर हो रही है।

हमारे यहां मंदी आने की आशंका शून्य है। वहीं बिहार से भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने भी महंगाई को लेकर मोदी सरकार का पक्ष रखा। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने मुफ्त योजनाओं को लेकर विपक्ष शासित राज्य सरकारों पर निशाना भी साधा और सरकारों पर बढ़ते कर्ज तथा मुद्रास्फीति बढ़ने के पीछे इसे एक वजह बताया। लोकसभा में नियम 193 के अधीन ‘मूल्यवृद्धि’ विषय पर चर्चा में भाग लेते हुए दुबे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में जिन हालात में देश की बागडोर संभाली थी और आज कोविड के बाद दुनिया की जो स्थिति है, उसके बाद भी गरीबों को ‘दो वक्त की रोटी’ मिल रही है जिसके लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया जाना चाहिए। भाजपा सांसद दुबे ने कहा कि कोविड के बाद अनेक देशों की हालत खराब है, सभी जगह रोजगार छिन रहे हैं और मुद्रास्फीति बढ़ रही है, उस स्थिति में भी यह देश बदल रहा है, खुश है और यहां गांव, गरीब, आदिवासी किसान को सम्मान मिल रहा है।