ओडिशा के बालासोर में 2 दिन पहले यानी शुक्रवार शाम 7 बजे हुए भीषण ट्रेन हादसे के बाद अब हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। लेकिन अभी भी कई मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है। वहीं ओडिशा में बालासोर ट्रेन हादसे के दो दिन बाद ओडिशा सरकार ने दावा किया है कि हादसे में 288 नहीं, बल्कि 275 लोगों की जान गई है। राज्य के चीफ सेक्रेटरी प्रदीप जेना ने रविवार को कहा कि कुछ शव दो बार गिन लिए गए थे, इस वजह से मृतकों की संख्या में गड़बड़ी हुई। हादसे में 1175 लोग घायल हुए हैं। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव 2 दिनों से लगातार घटनास्थल पर ही रुके हुए हैं और अपनी देखरेख में हर चीजों को समझ रहे हैं और जल्दी ही हालात को सामान्य करने में लगे हुए हैं । आज दोपहर को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट कर बताया कि ट्रैक रिपेयरिंग के बाद दोपहर 12:05 बजे डाउन मेन लाइन शुरु हो गई है। रेल मंत्री ने कहा कि रविवार रात 8 बजे तक 2 लाइनें ठीक हो जाएंगी। ओडिशा ट्रेन हादसे में सबसे ज्यादा अगर कोई तनाव और चिंता में रहे तो वह रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ही है। लगातार दो दिनों से ट्रेन घटनास्थल पर मोर्चा संभाले हुए हैं। अश्विनी वैष्णव रेल हादसे की पल-पल की जानकारी मीडिया से साझा कर रहे हैं या ट्वीट के माध्यम से अपडेट कर रहे हैं। ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे को लेकर उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव इस पूरे मामले पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। अश्विनी वैष्णव ने रविवार (4 जून) को इसको लेकर बड़ी जानकारी साझा की। “रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने मामले की जांच की है। हादसे के कारण का पता लग गया है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान भी कर ली गई है।
उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण यह दुर्घटना हुई है”। अश्विनी वैष्णव ने न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा, ‘बालासोर में तीन ट्रेनों की टक्कर में 288 यात्रियों की मौत हुई है। रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने मामले की जांच की है और घटना के कारणों और इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान कर ली गई है। जांच रिपोर्ट आने तक हमें इंतजार करना होगा। यह हादसा इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण हुआ।