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आज बात करेंगे मोदी सरकार में महिला बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी की। स्मृति ईरानी ऐसी केंद्रीय मंत्री है जो आए दिन अपने स्वभाव की वजह से सोशल मीडिया पर चर्चा में बनी रहती हैं। फिलहाल स्मृति ईरानी उत्तर प्रदेश की अमेठी से लोकसभा सांसद हैं। साल 2019 में उन्होंने राहुल गांधी को चुनाव में हराया था। जिसकी वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल में महिला बाल विकास मंत्रालय का जिम्मा सौंपा है। मौजूदा समय में इस समय पूर्वोत्तर के राज्य त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। भाजपा हाईकमान ने गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) से भारतीय जनता पार्टी के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा को त्रिपुरा का प्रभारी बनाया हुआ है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक ही विमान से त्रिपुरा पहुंचे। हवाई अड्डे पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी जेपी नड्डा से पहले उतर गईं। वहां पर मौजूद त्रिपुरा भाजपा प्रभारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने जब केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का स्वागत करते हुए उन्हें सौंपा देकर सम्मान करना चाहता स्मृति ईरानी ने उन्हें झटक दिया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। स्मृति ईरानी इसके अलावा भी आए दिन अपने स्वभाव और व्यवहार की वजह से चर्चा में रहती हैं। अब आइए जान लेते हैं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बारे में।
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी की पहली सरकार में स्मृति ईरानी पहले शिक्षा मंत्री रहीं। इसके बाद उन्हें कपड़ा मंत्रालय का मंत्री बनाया गया। 43 साल की स्मृति ईरानी राजनीति में आने से पहले मशहूर टीवी अदाकारा थीं। स्मृति ईरानी का जन्म दिल्ली में मध्यमवर्गीय परिवार में 23 मार्च 1976 को हुआ। पिता पंजाबी और मां बंगाली हैं। तीन भाई-बहनों में स्मृति सबसे बड़ी हैं। परिवार की मदद के लिए स्मृति ने 10वीं कक्षा के बाद ही सौंदर्य उत्पादों का प्रचार करती थीं। इसके बदले उन्हें 200 रुपए मिलते थे। 1998 में स्मृति ने मिस इंडिया कॉन्टेस्ट में भाग लिया पर फाइनल तक नहीं पहुंचीं। फिर वे मुंबई चली गईं। मुंबई में शुरुआत में स्मृति ने स्मृति ने मुंबई में टीवी इंडस्ट्री में ऑडिशन देना शुरू किया। 2001 में स्मृति ने पारसी व्यवसायी जुबिन ईरानी से शादी कर ली। दो बच्चे हैं। स्मृति ने अभिनेत्री नीलम कोठारी को रिप्लेस कर ‘ओह ला ला ला’ शो को होस्ट किया। फिर उन्हें एकता कपूर के सीरियल ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ में प्रमुख किरदार मिला. इससे वे घर-घर में प्रसिद्ध हो गईं। इसके अलावा स्मृति ने ‘ये है जलवा’ शो होस्ट किया। इसके बाद स्मृति राजनीति में आ गईं।
16 फरवरी को होंगे त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव–
आपको बता दें कि त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में एक साथ विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं। पहले त्रिपुरा में 16 फरवरी को वोटिंग होगी जबकि मेघालय और नागालैंड में 27 फरवरी को मतदाना करवाया जाएगा। वहीं तीनों राज्यों के नतीजे एक साथ 2 मार्च को आएंगे। त्रिपुरा विधानसभा के चुनाव के लिए बीजेपी ने 55 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए हैं, जबकि पांच सीटों पर इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा चुनाव लड़ेगी। लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन ने भी सभी 60 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। 60 सीटों में से 43 सीटों पर माकपा, 13 पर कांग्रेस, एक पर भाकपा, एक सीट पर आरएसपी और एक पर फॉरवर्ड ब्लॉक उम्मीदवार के चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। बीजेपी ने त्रिपुरा चुनाव में दम भरने के लिए गृह मंत्री अमित शाह के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी चुनावी मैदान में उतार दिया है। पीएम मोदी राज्य में 11 और 13 फरवरी को चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी त्रिपुरा के गोमती और धलाई में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे।
त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए आज जेपी नड्डा ने भाजपा का मेनिफेस्टो जारी किया–
त्रिपुरा में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आज 9 फरवरी को मेनिफेस्टो जारी कर दिया है। त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में जेपी नड्डा ने भाजपा का संकल्प पत्र (घोषणापत्र) जारी किया। बीजेपी ने वादा किया कि त्रिपुरा में लगातार दूसरी बार सत्ता में आने पर वह आदिवासी क्षेत्रों के लिए अधिक स्वायत्तता, किसानों की आर्थिक सहायता और रबर आधारित उद्योग के लिए मनुफैक्चरिंग क्षेत्रों में वृद्धि करेगी। नड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हम त्रिपुरा को DTH – विकास (डिवेलपमेंट), परिवर्तन (ट्रांसफॉर्मेशन) और सद्भाव (हार्मनी) के रास्ते पर ले जाएंगे। घोषणापत्र में कहा गया है कि प्रत्येक बालिका को 50,000 रुपए का बालिका समृद्धि बांड दिया जाएगा, जबकि आदिवासी भाषा कोकबोरोक को सीबीएसई और आईसीएसई पाठ्यक्रम में विषय के रूप में शामिल किया जाएगा। इस मौके पर भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने कहा कि हम रबर और बांस पर आधारित उद्योग-विशिष्ट विनिर्माण क्षेत्र स्थापित करेंगे। 6,000 रुपए की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि को बढ़ाया जाएगा और राज्य सरकार द्वारा 2,000 रुपये और प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा सत्ता में वापस आती है, तो आदिवासी क्षेत्रों के लिए विधायी, कार्यकारी और वित्तीय शक्तियों सहित अधिक स्वायत्तता दी जाएगी।