चाचा शरद पवार और भतीजे अजित पवार की सियासी लड़ाई अब दिल्ली तक पहुंच गई है। चाचा भतीजे के बीच अब एनसीपी को लेकर आर-पार की लड़ाई शुरू हो चुकी है। एक तरफ अजित पवार ने चाचा शरद पवार को हटाकर खुद को अध्यक्ष घोषित कर दिया है तो वहीं शरद पवार का कहना है कि अभी वही पार्टी के अध्यक्ष हैं। आज शरद पवार ने दिल्ली में अहम बैठक की है, जिसे अजित पवार ने अवैध बताया है। सियासी संकट के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने आज दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई। शरद पवार के आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राहुल गांधी भी पहुंचे। बता दें कि शरद पवार ने राजधानी दिल्ली में गुरुवार को एनसीपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की थी। उस बैठक में ही शरद पवार ने अपने भतीजे अजित को सीधी चुनौती देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि मैं ये साफ कर दूं कि एनसीपी का अध्यक्ष मैं ही हूं। कौन क्या बोल रहा है, इसकी कोई अहमियत नहीं। उम्र चाहे 82 साल हो या 92 मैं अभी भी प्रभावशाली हूं। आज शरद पवार ने भी कड़े तेवर दिखाए। दिल्ली बैठक के दौरान कई नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। असल में दिल्ली में हुई एनसीपी की मीटिंग में 8 प्रस्ताव पास किए गए। एनसीपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग के बाद पीसी चाको ने कहा कि कमेटी ने पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार में पूरा विश्वास जताया। उन्होंने बताया कि वर्किंग कमेटी ने प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे सहित उन 9 नेताओं को पार्टी से निकाल दिया है जिन्होंने एनडीए से हाथ मिलाया।दिल्ली में स्थित शरद पवार के आवास पर हुई एनसीपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में शरद पवार के साथ सुप्रिया सुले, सांसद फौजिया खान, वंदना चव्हाण, पीसी चाको (केरल अध्यक्ष), योगानंद शास्त्री, जितेंद्र आव्हाड, विरेंद्र वर्मा (हरियाणा अध्यक्ष) भी शामिल रहे। बता दें कि शरद पवार ने आज राष्ट्रीय कार्यकारिणी के अलावा राष्ट्रीय कार्यसमिति, राष्ट्रीय पदाधिकारियों और राज्य पार्टी अध्यक्षों की बैठक बुलाई थी। इस पर डिप्टी सीएम अजित पवार ने निशाना साधा है। अजित पवार ने कहा कि जब पार्टी के विधायकों और पदाधिकारियों ने उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना है तो फिर ऐसे में शरद पवार को कार्यकारिणी की बैठक लेने का अधिकार नहीं है। अजित पवार ने कहा कि मामला चुनाव आयोग के पास लंबित है इसलिए दिल्ली में आयोजित बैठक का कोई आधार नहीं है।