दक्षिण भारत के राज्य तमिलनाडु में एक बार फिर एक्टर को देखने उमड़े लोग बेकाबू हो गए। दिल्ली में मछली भगदड़ के बाद 39 लोगों की मौत हो गई है और सैकड़ों घायल हैं। इस दुखद घटना पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत तमाम नेताओं और अभिनेताओं ने गहरा शोक प्रकट किया है।
शनिवार, 27 सितंबर को तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से लगभग 400 किलोमीटर दूर करूर में एक्टर और राजनेता विजय की रैली में मची भगदड़ में अब तक 39 लोगों की मौत हो चुकी है। रैली तय समय से 6 घंटे देरी से शुरू हुई, लेकिन लोग वहीं जुटे रहे। अधिकारियों के अनुसार, भगदड़ शाम करीब साढ़े सात बजे उस समय मची, जब टीवीके नेता और एक्टर विजय अपने सपोर्टर्स को संबोधित कर रहे थे।
भारी संख्या में सपोर्टर दोपहर में ही इकट्ठा हो गए थे और विजय की एक झलक पाने के लिए घंटों से इंतजार कर रहे थे।गर्मी और उमस से बच्चे-महिलाएं बेहोश होने लगे, इस बीच विजय ने लोगों से 9 साल की लापता बच्ची को ढूंढने की अपील की। इसके बाद भगदड़ मच गई और 39 लोगों की मौत हो गई। 51 से ज्यादा लोग ICU में भर्ती हैं। भगदड़ की सूचना पर विजय ने अपना भाषण अधूरा छोड़ा और वहां से रवाना हो गए।
विजय की पार्टी के कई कार्यकर्ताओं ने जब लोगों को बेहोश होते और गिरते देखकर शोर मचाया, तब उन्होंने अपनी रैली रोक दी। बेहोश होने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। तमिलनाडु सरकार ने भगदड़ में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये का कंपंजेशन देने की घोषणा की है। अस्पताल में इलाज करा रहे घायलों के लिए 1-1 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया गया है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने अस्पताल में घायलों से मुलाकात की और पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी।
एक्टर विजय ने कहा ‘‘भगदड़ में हुई मौतों से मेरा दिल टूट गया, मैं असहनीय, बयां न की जा सकने वाली पीड़ा और दुख में हूं।’’ विजय ने भगदड़ में हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया और कहा कि वह अस्पतालों में इलाज करा रहे लोगों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं।
मामला दर्ज, होगी जांच
सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में शवों को पोस्टमॉर्टम के बाद उनके परिजनों को सौंपा जा रहा है। करूर भगदड़ पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी), कानून एवं व्यवस्था, एस. डेविडसन देवसिरवथम ने कहा है कि शुरुआती जांच करानी होगी। 39 लोगों की जान जा चुकी है। मामला दर्ज कर लिया गया है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने स्थिति की समीक्षा के लिए सचिवालय में राज्य के शीर्ष अधिकारियों की मीटिंग बुलाई। उन्होंने इस घटना की जांच के लिए जस्टिस अरुणा जगदीशन के नेतृत्व में एक जांच आयोग के गठन की भी घोषणा की। इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने तमिलनाडु सरकार से भगदड़ पर रिपोर्ट मांगी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी करूर में भगदड़ के बाद की स्थिति की जानकारी लेने के लिए तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि और स्टालिन से बात कर हर संभव केंद्रीय मदद का आश्वासन दिया।
रैली की भीड़ 4 तस्वीरों में



राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, पीएम ने जताया दुख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने तमिलनाडु में मची भगदड़ में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया और शोक में डूबे परिवार के सदस्यों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। मुर्मू ने X पर एक पोस्ट में कहा, “तमिलनाडु के करूर जिले में भगदड़ जैसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना में हुई दुखद मौत के बारे में जानकर दुख हुआ। मैं शोक से घिरे परिवारों के सदस्यों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।”
उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने भी घटना में जान गंवाने वाले लोगों की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए X पर एक पोस्ट में कहा, “मैं इस असहनीय दुःख की घड़ी में अपने प्रियजनों को खोने वाले उन शोक संतप्त माता-पिता व उनके रिश्तेदारों और तमिलनाडु के लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।”

प्रधानमंत्री मोदी ने X पर कहा, “तमिलनाडु के करूर में एक राजनीतिक रैली के दौरान हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना बेहद दुखद है। मेरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं इस कठिन समय में उन्हें शक्ति प्रदान करने की कामना करता हूं। सभी घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, अभिनेता एवं राजनेता कमल हासन और सुपरस्टार रजनीकांत सहित कई अन्य लोगों ने अपनी संवेदना व्यक्त की।
द्रमुक ने विजय पर निशाना साधा
सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) ने भगदड़ को लेकर विजय पर निशाना साधा। द्रमुक प्रवक्ता सरवनन अन्नादुरई ने कहा: “यह हृदयविदारक है। वहां बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे और अचानक भगदड़ के कारण उनकी मौत हो गई। इसके लिए कौन जिम्मेदार है? इस रैली के आयोजक स्पष्ट रूप से जिम्मेदार हैं।” उन्होंने आरोप लगाया, “इसके लिए कौन जवाबदेह होगा? यह विजय की चाल है।”
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने करूर में रैली के दौरान हुई भगदड़ पर दुख व्यक्त किया। विजयन ने स्टालिन को एक पत्र भी भेजा, जिसमें जरूरत पड़ने पर सहायता की पेशकश की गई। विजयन ने X पर एक पोस्ट में कहा, “तमिलनाडु के करूर में मची भगदड़ से गहरा दुख हुआ है। उन परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। सभी घायलों के जल्द और पूर्ण स्वस्थ होने की कामना करता हूं। केरल इस दुख की घड़ी में तमिलनाडु के लोगों के साथ है।”
वहीं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी भगदड़ में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया। सोरेन ने X पर एक पोस्ट में कहा, “तमिलनाडु के करूर में एक रैली के दौरान मची भगदड़ में लोगों के मारे जाने की दुखद खबर मिली। मारंग बुरु दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिवारों को इस दुख की घड़ी को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। मैं भगदड़ में घायल हुए लोगों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”