–पं. शंभू नाथ गौतम
उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में अगले महीने होने जा रहे विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान को लेकर निर्वाचन आयोग ने उल्टी गिनती शुरू कर दी है। राजधानी दिल्ली में मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा सुबह से ही लगातार बैठक कर चुनावी राज्यों की तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। देश में कुछ दिनों से तेजी के साथ बढ़ रही कोरोना महामारी को लेकर अब पूरी संभावना जताई जा रही है कि चुनाव आयोग बड़ी रैलियों में रोक लगा सकता है। चुनाव आयोग अपना फैसला सुनाएं उससे पहले पॉलिटिकल पार्टियों ने अब बड़ी चुनावी जनसभाएं न करने का मन बना लिया है। आयोग चंद दिनों में ही चुनाव की तारीखों की घोषणा करने जा रहा है। लेकिन उससे पहले अब विशेष तौर पर उत्तर प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए कई राजनीतिक दल बड़ी रैली करने के मूड में नहीं है। इसके साथ पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में भी चुनावी रैलियों पर रोक लग सकती है। मैदान में जनसभा के बजाय अब राजनीतिक दल वर्चुअल रैली करने का मन बना चुके हैं। उत्तर प्रदेश में आम आदमी पार्टी ने रैली और सभाएं स्थगित करने का फैसला लिया है। आठ जनवरी को बनारस में आम आदमी पार्टी की जनसभा अब वर्चुअल होगी। आप सांसद संजय सिंह ऑनलाइन इस रैली को संबोधित करेंगे। वहीं बनारस में 8, साहिबाबाद गाजियाबाद 9, और 10 जनवरी को जेवर नोएडा की जनसभा को भी स्थगित कर दिया गया है। ऐसे ही भारतीय जनता पार्टी ने भी यूपी में वर्चुअल रैली करने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। भाजपा के रणनीतिकारों ने वर्चुअल रैली को लेकर बैठक की जा रही है। वहीं दूसरी ओर पिछले दिनों उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर यह मांग की है कि बड़ी रैलियों पर रोक लगाई जाए। कोरोना के खतरे को देखते हुए कांग्रेस ने चुनाव आयोग से वर्चुअल रैली पर जोर देने की मांग की है । यहां हम आपको एक और बात बता दें कि विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान से पहले भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी कांग्रेस समेत कई दल अपनी-अपनी मैदानी चुनावी रैलियां कर चुके हैं।
आयोग भी कोरोना के मद्देनजर बड़ी रैलियों पर लगा सकता है प्रतिबंध—
आज सुबह से निर्वाचन आयोग पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव को लेकर हर एंगल से लंबी बैठक करने में जुटा है। चुनाव आयोग के आयुक्त सुशील चंद्रा अपनी टीम के साथ आईसीएमआर, गृह सचिव, स्वास्थ्य सचिव और महामारी विशेषज्ञों से पांच राज्यों में सकुशल चुनाव कराने के लिए बैठक कर लंबी वार्ता कर रहे हैं। ये बैठकें इस वजह से भी महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि ये चुनाव उस समय करवाने की तैयारी चल रही है जब देश में ओमिक्रोन के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। आयोग के साथ आज हुई बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कोरोना के ताजा हालातों के बारे में जहां केंद्रीय चुनाव आयोग को जानकारी दी। उसके साथ ही आईसीएमआर के निदेशक बलराम भार्गव और एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कोरोना के बढ़ते मामलों से जुड़े हुए अन्य पहलुओं पर भी केंद्रीय चुनाव आयोग के साथ चर्चा की। इसके साथ ही में केंद्रीय चुनाव आयोग ने केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला के साथ मुलाकात कर चुनावों को कैसे शांतिपूर्वक संपन्न करवाना है, उस पर बातचीत की। इस बैठक के बाद चुनाव आयोग 5 राज्यों की तारीखों का एलान एक-दो दिन में कर सकता है। दूसरी ओर देश में तेजी के साथ बढ़ रहे कोरोना केस को लेकर कोई भी राजनीतिक दल भी मैदानी रैलियों को लेकर पक्षधर नहीं है।