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आज सुबह करीब 4 बचकर 15 मिनट पर दो देशों तुर्की और सीरिया में शक्तिशाली भूकंप ने कई शहरों में भयंकर तबाही मचाई है। रिएक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई। जिस वक्त भूंकप आया उस वक्त लोग अपने घरों में सो रहे थे। भूकंप की वजह से सोते समय सैकड़ों लोगों की मौत हो गई। कई इमारतें भी मलबे में तब्दील हो गई। कई शहर खंडहर में तब्दील हो गए हैं। चारों तरफ सड़कों पर इमारतों का मलबा बिखरा पड़ा है। भूंकप कितना जोरदार था इसका अंदाजा इससे लगा लीजिए कि झटके साइप्रस और मिस्र तक महसूस किए गए। सीरिया के राष्ट्रीय भूकंप केंद्र के प्रमुख रायद अहमद ने सरकार समर्थक रेडियो को बताया कि ये देश के इतिहास सबसे बड़े भूकंप में से एक था। झटके इतने तेज थे कि कंपन से दोनों देशों में सैकड़ों इमारतें भरभराकर गिर गईं। इसके साथ ही ग्रीस, जॉर्डन, इराक, लेबनान, इजराइल और जॉर्जिया जैसे कई देशों में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। सबसे ज्यादा भूकंप का असर तुर्की और सीरिया में रहा। तबाही एपिसेंटर तुर्किये और उसके नजदीक सीरिया के इलाकों में देखी जा रही है। अभी तक दोनों देशों में 1300 लोगों की मौत हो चुकी है। तुर्की में करीब 900 और सीरिया में 400 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 5 हजार से अधिक लोग घायल है। इस हादसे में कई इमारतें ढह गई हैं। अभी काफी लोग इमारतों के मलबों में भी फंसे हुए हैं, जिन्हें बचाव राहत दलों के सदस्य बाहर निकालने की कोशिशों में लगे हुए हैं। कई लोगों को रेस्क्यू भी किया जा चुका है। अभी मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। तुर्की से सटे सीरिया में भी भूकंप के काफी तेज झटके महसूस किए गए हैं।
तुर्की में भूकंप के झटकों के बाद जमींदोज हुई इमारतों के भयावह वीडियो भी सोशल मीडिया वायरल हैं, जिन्हें देखकर आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे। अंकारा, गाजियांटेप, कहरामनमारस, डियर्बकिर, मालट्या, नूरदगी शहर समेत 10 शहरों में भारी तबाही हुई। यहां 1,710 से ज्यादा बिल्डिंग गिरने की खबर है। कई लोग मलबे के नीचे दबे हैं। लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। कई इलाकों में इमरजेंसी लागू कर दी गई है। तुर्की में भूकंप के बाद काफी संख्या में लोग बेघर हो गए हैं। भूकंप प्रभावित इलाकों में लोगों की भीड़ मौजूद है। सड़कों पर चलने की भी जगह नहीं मिल रही है। बचाव राहत दल को रेस्क्यू करने में भी काफी परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है।
तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब इरदुगान ने ट्वीट कर बताया कि भूकंप से प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू अभियान जारी है। तुर्की में कम से कम 6 बार तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इरदुगान ने लोगों से अपील कर कहा कि वे क्षतिग्रस्त इमारतों में प्रवेश न करें। 7.8 की तीव्रता से जहां भूकंप आया हो उस जगह पर तबाही का अंदाजा आप लगा सकते हैं कि उस जगह पर किस स्तर पर खौफनाक मंजर रहा होगा। तुर्की में भूकंप के चलते लोगों की मौत पर पीएम मोदी ने दुख जताया है। उन्होंने कहा कि तुर्की में जनहानि और संपत्ति के नुकसान से मैं काफी दुखी हूं। पीएम ने कहा कि भारत तुर्की के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और इस त्रासदी से निपटने के लिए हर संभव सहायता देने को तैयार है। तुर्की में भूकंप की तबाही पहली बार नहीं है। इससे पहले भी तुर्की में काफी संख्या में लोगों की भूकंप की वजह से जान जा चुकी है। साल 1939 में भी तुर्की में 7.8 तीव्रता के साथ भूकंप आया था. इस भूकंप में 32 हजार 1300 लोगों की मौत हो गई थी।